Ranchi News : जिला समाहरणालय में आयोजित जनता दरबार में सोमवार को उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के सामने लोगों ने अपनी विभिन्न समस्याएं रखीं। इस दरबार में एक भावुक क्षण उस वक्त आया जब राहे की गुरुवारी देवी हाथ जोड़कर उपायुक्त को धन्यवाद देती नजर आईं। उन्होंने कहा, “सर, अब मेरा बेटा मेरा भरण-पोषण करेगा। आपका बहुत धन्यवाद।”
गुरुवारी देवी ने पिछली बार शिकायत की थी कि उनका बेटा, जो अनुकंपा के तहत नौकरी में आया है, उन्हें छोड़ चुका है और देखभाल नहीं कर रहा। उपायुक्त भजन्त्री ने तत्काल अंचल अधिकारी और स्थापना प्रभारी को वेतन रोकने का निर्देश दिया। नतीजा ये हुआ कि बेटा जिम्मेदारी लेने पर मजबूर हुआ।
जनता दरबार में ज़मीन से जुड़ी समस्याओं पर भी कार्रवाई हुई, जैसे अवैध कब्जा, दोहरी जमाबंदी, पंजी-2 में सुधार और ऑनलाइन रसीद निर्गत करने की मांग। उपायुक्त ने सभी मामलों पर त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए और कहा कि जनता दरबार एक भरोसेमंद मंच है जहाँ लोगों को सीधे समाधान मिलता है।
लोगों ने प्रशासन की इस पहल की सराहना की और कहा कि अब उनकी आवाज सीधे अधिकारी तक पहुंच रही है हालांकि उपायुक्त श्री भजन्त्री की व्यस्तता के चलते कई फरियादी उपायुक्त से आज भी नहीं मिल पाए और बेरंग ही घर लौट गए। इनमें काफी संख्या में महिला बुजुर्ग फरियादी थे। कई फरियादी ऐसे थे जो लगातार दो सप्ताह से उपायुक्त के जनता दरबार में आ रहे हैं लेकिन टोकन नहीं मिलने से वे उपायुक्त के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
ऐसे लोगों ने उपायुक्त से मांग की है कि टोकन आबंटन का समय निश्चित किया जाए और फरियादी की फरियाद सुनने के लिए ठोस पहल किया जाए। किसी भी फरियादी को बेरंग नहीं लौटाया जाए। उन्होंने कहा उपायुक्त सर अच्छा काम कर रहे हैं। यही सुनकर हम आए हैं लेकिन जब उनसे मिले बिना घर लौटना पड़ता है तो सरकार की नकारात्मक छवि बनती है। अंदर से हमें अच्छा फील नहीं होता।