Ranchi : राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र स्थित चौपाटी रेस्टोरेंट के मालिक विजय नाग हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। सोमवार को ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने प्रेस वार्ता कर बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों प्रशांत कुमार सिंह, अभिषेक सिंह और हरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अन्य आरोपित अमित ठाकुर अभी फरार है।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार, गोलियां, वाहन और नकदी बरामद की है। अभिषेक सिंह के पास से एक पिस्टल, एक जीवित कारतूस, छह खोखे, चार मिसफायर गोली, एक मारुति सुजुकी कार और दो मोबाइल फोन मिले हैं। वहीं हरेन्द्र सिंह के पास से एक देशी कट्टा, दो पिस्टल, 26 कारतूस, एक रायफल, दो मोबाइल फोन, दो लाख चार हजार पांच सौ रुपये नकद और एक इनोवा कार बरामद की गई।
एसपी पुष्कर ने बताया कि 18 अक्टूबर की रात कांके रोड स्थित ‘सेफ चौपाटी रेस्टोरेंट’ में मालिक विजय कुमार नाग को तीन अपराधियों ने गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल गठित किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि तीनों आरोपितों ने रेस्टोरेंट में वेज बिरयानी का ऑर्डर दिया था, लेकिन परोसी गई बिरयानी में चिकन की हड्डी मिलने पर विवाद बढ़ गया और क्रोध में आकर आरोपितों ने रेस्टोरेंट मालिक विजय नाग पर फायरिंग कर दी।
मामले की कड़ी जांच के बाद पुलिस ने सबसे पहले प्रशांत कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान प्रशांत ने अपने दो अन्य साथियों अभिषेक सिंह और हरेन्द्र सिंह के नाम उजागर किए। इसके बाद पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि घटना में शामिल अभिषेक सिंह अपनी गर्भवती पत्नी से मिलने रांची आने वाला है। जानकारी के बाद डीएसपी अमर कुमार पांडेय के नेतृत्व में आईटीबीपी कैंप के पास विशेष एंटी-क्राइम चेकिंग अभियान चलाया गया।
चेकिंग के दौरान पुलिस ने चेरी मनातु रोड पर सफेद रंग की तेज रफ्तार कार को रोकने का संकेत दिया। लेकिन चालक ने कार मोड़ने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई, जिसमें अभिषेक सिंह दोनों पैरों में घायल हो गया। मौके से पुलिस ने हथियार, कारतूस और मोबाइल बरामद किए। घायल अभिषेक को इलाज के लिए रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पूछताछ में अभिषेक ने स्वीकार किया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार हरेन्द्र सिंह ने उपलब्ध कराए थे। इसके बाद पुलिस ने हरेन्द्र सिंह को पतरातू घाटी में एंटी-क्राइम चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया। वहीं, चौथे आरोपित अमित ठाकुर की तलाश जारी है और संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है।
एसपी पुष्कर ने बताया कि यह पूरा मामला एक मामूली विवाद से शुरू होकर हत्या तक पहुंचा, जिससे समाज में यह संदेश जाता है कि गुस्से और असहिष्णुता की कीमत किसी निर्दोष को जान देकर चुकानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि पुलिस का प्रयास रहेगा कि फरार आरोपित को शीघ्र गिरफ्तार कर अदालत में चार्जशीट दाखिल की जाए।

 
		
 
									 
					

