Ranchi News: झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) का हैंडल हैक कर लिए जाने की खबर सामने आई है। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि यह मामला केवल साइबर सुरक्षा का नहीं, बल्कि सत्ताधारी दल की डिजिटल पहचान और छवि से जुड़ा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को खुद अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से इस घटना की जानकारी साझा की। उन्होंने साफ कहा कि झामुमो का ऑफिशियल एक्स हैंडल असामाजिक तत्वों द्वारा हैक कर लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने झारखंड पुलिस को निर्देश दिया कि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की जाए और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाए।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, झामुमो के डिजिटल आईडेंटिटी को साइबर
झामुमो का आधिकारिक X हैंडल @JmmJharkhand
आसामाजिक तत्वों द्वारा हैक किया गया है।@JharkhandPolice संज्ञान लेकर इस मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करे।@XCorpIndia कृपया इस मामले में संज्ञान लें।@GlobalAffairs— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 12, 2025
अपराधियों ने निशाना बनाया है। झामुमो का एक्स हैंडल अचानक से अनाधिकृत गतिविधियों का शिकार हुआ और पार्टी के नियमित पोस्टिंग पैटर्न में व्यवधान देखा गया। इसके बाद जब पार्टी के सोशल मीडिया प्रभारी ने कंट्रोल एक्सेस खो दिया, तो संदेह और गहरा गया।
सीएम हेमंत सोरेन द्वारा सार्वजनिक रूप से सूचना देने के बाद इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए झारखंड पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच को इसकी जांच सौंपी गई है। अब यह जांच की जा रही है कि:
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क्या यह सिर्फ सामान्य साइबर हैकिंग की घटना है?
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या फिर इसके पीछे कोई राजनीतिक षड्यंत्र है?
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क्या हैकर्स ने झामुमो के पेज पर किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की है?
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या फिर डेटा लीक, डिलीट या छेड़छाड़ की गई है?
क्या बोले अधिकारी?
पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जांच में इस हैंडल से छेड़छाड़ की पुष्टि हुई है। साइबर टीम एक्स प्लेटफॉर्म की मदद से आईपी एड्रेस ट्रेस कर रही है। टीम यह भी पता लगाने में जुटी है कि यह हमला देश के भीतर से हुआ है या किसी विदेशी नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया है।
राजनीतिक असर और सतर्कता
यह घटना ऐसे वक्त पर हुई है जब झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो रही हैं। ऐसे में झामुमो के डिजिटल प्लेटफॉर्म को निशाना बनाना केवल टेक्निकल हमला नहीं माना जा रहा, बल्कि इसे पार्टी की रणनीति में बाधा डालने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री सोरेन ने यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार साइबर अपराध के मामलों को गंभीरता से लेती है। उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की है कि सोशल मीडिया हैंडल्स की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
जांच में क्या-क्या होगा?
साइबर क्राइम ब्रांच ने एक्स हैंडल की लॉग हिस्ट्री, आईपी ट्रैफिक, थर्ड पार्टी एक्सेस और यूज़र बिहेवियर की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। जल्द ही एक्स कंपनी से आधिकारिक सूचना भी मांगी जाएगी ताकि सटीक समय और तकनीकी डिटेल्स सामने आ सकें।