U.P. News: कार्तिक पूर्णिमा का दिन था। लखनऊ के जियामऊ-डालीबाग इलाके में माहौल कुछ अलग ही था। जहां कभी माफियाओं का कब्ज़ा चलता था, उसी जगह पर आज गरीब परिवारों के सपने बसाए जा रहे थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां सरदार वल्लभभाई पटेल आवासीय योजना का उद्घाटन किया और 72 परिवारों को नए घरों की चाबी सौंपी।
“यूपी में कब्जा राज अब खत्म” — योगी
स्टेज पर चढ़ते ही योगी का टोन साफ था —
“जो लोग सार्वजनिक जमीन हड़पते हैं, गरीबों को डराते हैं, उनके दिन लद चुके हैं। अब यूपी में ऐसा नहीं चलेगा।”
उन्होंने साफ कहा कि अवैध कब्जा करने वालों को अब कानून से सीधा हिसाब देना पड़ेगा।
योगी ने यहां मौजूद परिवारों से बात की, बच्चियों को गोद में उठाया, चॉकलेट दी। माहौल भावुक था। कई लोगों की आंख में खुशी के आँसू दिखे — आखिर इतने सालों बाद सिर पर छत मिली थी।
1 करोड़ वाली लोकेशन, सिर्फ 10.70 लाख में घर
योगी ने बताया कि यह जमीन पहले माफियाओं के कब्जे में थी और आसपास की जमीन की बाजार कीमत करीब 1 करोड़ रुपये है। लेकिन सरकार ने इसे गरीबों के लिए महज 10.70 लाख रुपये में उपलब्ध कराया।
यह परियोजना प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़कर और सस्ती होने वाली है।
माफियाओं पर जीरो टॉलरेंस
योगी ने याद दिलाया कि 2017 से पहले यूपी में अपराधी ही सिस्टम चलाते थे। आज हालात अलग हैं — “8.5 साल हो गए, बिना रुके-बिना झुके माफिया पर एक्शन होता रहा। अब कानून चलता है, गुंडे नहीं।” उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो पहले माफियाओं को शागिर्द बनाते थे, आज उन्हीं की कब्र पर फातिहा पढ़ने जाते हैं।
यूपी की तस्वीर बदल रही है
सीएम ने कहा कि
-
60 लाख गरीबों को आवास मिले
-
लाखों करोड़ का निवेश आ रहा
-
दंगे बंद, त्योहार शांति से
-
अवैध निर्माण गिर रहा, हर गरीब को सम्मानजनक घर मिलेगा
और हंसते हुए बोले — “ये तो बस शुरुआत है।”

