Ranchi : पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र के ऊपर बने निम्न दबाव का असर झारखंड में साफ दिख रहा है। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई जिलों में नदियां और नाले उफान पर हैं, तो वहीं शहरी इलाकों में सड़कों से लेकर घरों तक पानी भर गया है।
राजधानी रांची के पंचशीलनगर, हिन्दपीढ़ी, मोराबादी और कोकर जैसे निचले इलाकों में हालात काफी गंभीर हैं। बारिश का पानी घरों के भीतर तक घुस जाने से लोगों का सामान भीग गया है। कई जगहों पर लोग अपने ही घरों में कैद हो गए हैं। इसी तरह चतरा, खूंटी, हजारीबाग, रामगढ़, गुमला, लोहरदगा, पलामू, गढ़वा और लातेहार जिलों में भी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन से चार दिनों तक झारखंड के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश जारी रह सकती है। इससे हालात और बिगड़ने की आशंका है।
पिछले 24 घंटों में हुई बारिश के आंकड़े बताते हैं कि राज्य भर में पानी किस कदर बरसा है। कुडू में 126.2 मिमी, चंदवा में 120 मिमी, गढ़वा में 90.2 मिमी, कांके (बीएयू) में 90.2 मिमी, नंदाडीह में 87.8 मिमी, नीमड़ीह में 86.8 मिमी, जबकि बड़कीसुरैया में 76.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। दुमका, लातेहार और बालूमाथ में भी 50 से अधिक मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
राज्य में सबसे अधिक बारिश पश्चिम सिंहभूम के गोयल खेड़ा में 162.4 मिमी दर्ज की गई। राजधानी रांची भी इससे अछूती नहीं रही और यहां 120.8 मिमी बारिश हुई। वहीं, चाईबासा में 120.1 मिमी, जमशेदपुर में 85.2 मिमी, डाल्टनगंज में 40.2 मिमी और बोकारो में 9.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
लगातार हो रही इस बारिश ने जहां गर्मी और उमस से राहत दी है, वहीं जलजमाव और बाढ़ जैसे हालात ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी है। अब सबकी नजर मौसम विभाग के अगले अपडेट पर टिकी हुई है।

