Ranchi : लोक सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद ने गुरु शिबू सोरेन की जीवनी में जुड़ रहे अध्यायों का स्वागत करते हुए कहा कि इसके साथ ही झारखंड में देश की आजादी के लिए 1887 या उससे पहले शहीद हुए सभी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम, उनके बलिदान और कुर्बानी का परिचय भी किताब में शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह न केवल सच्ची श्रद्धांजलि होगी, बल्कि विद्यार्थियों में देशभक्ति, बलिदान और इतिहास के प्रति जागरूकता पैदा करने में मदद करेगी। नौशाद ने सरकार से अपील की कि इन स्वतंत्रता सेनानियों को प्राथमिकता देते हुए उनके योगदान को सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि झारखंड आंदोलन की पृष्ठभूमि और इसके बलिदान को भी इतिहास में शामिल किया जाना चाहिए ताकि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बने। इसके माध्यम से एकता, सद्भाव और देश प्रेम की भावना को विद्यार्थियों और आम जनता में बनाए रखा जा सके।
लोक सेवा समिति का यह प्रयास झारखंड के शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में महत्वपूर्ण कदम है, जो पूरे देश और विश्व के लिए प्रेरणादायक है।

