India News: महाराष्ट्र के सातारा जिले के फलटण में 23 अक्टूबर को आत्महत्या करने वाली महिला डॉक्टर के मामले में पुलिस ने पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए मकान मालिक के बेटे प्रशांत बांकर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ रेप और आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में एफआईआर दर्ज की है।
सुसाइड नोट में सांसद और पुलिस अधिकारी के नाम
जांच में सामने आया है कि डॉक्टर ने चार पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें एक सांसद, उसके दो पर्सनल असिस्टेंट (पीए) और स्थानीय सब‑इंस्पेक्टर गोपाल बदने के नाम लिखे हैं। सुसाइड नोट में डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि ये सभी लोग उस पर फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट और मेडिकल रिपोर्ट संशोधित करने का दबाव बना रहे थे।
महिला डॉक्टर ने अपने हाथ पर भी सब‑इंस्पेक्टर का नाम लिखा था। इस पुलिस अधिकारी पर डॉक्टर का पिछले पांच महीनों में रेप और मानसिक उत्पीड़न का आरोप है। अब इस पर भी धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 376 (बलात्कार) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरोपी पुलिस अधिकारी को तुरंत निलंबन करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने जांच टीम से कहा कि “ऐसे मामलों में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
होटल से बरामद हुआ शव, दरवाजा भीतर से बंद
पुलिस के अनुसार, डॉक्टर का शव फलटण के एक होटल में फांसी के फंदे से लटका मिला। होटल कर्मचारियों को जब आवाज नहीं आई तो उन्होंने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला और घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी।
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर पर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलने और स्वास्थ्य रिपोर्ट में हेराफेरी का भी दबाव बनाया जा रहा था। परिवार ने पहले ही एसपी और डीएसपी को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।
आगे की जांच जारी
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि सुसाइड नोट में जिन बड़े नामों का उल्लेख है, उनकी भूमिका क्या थी। उच्च स्तरीय टीम इस पूरे मामले की निगरानी कर रही है और आरोपी प्रशांत से पूछताछ जारी है।

