U.P. News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राजधानी स्थित रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस समारोह में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जिन वीरों ने प्रदेश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए, उनका बलिदान राज्य की अमूल्य पूंजी है। उनकी स्मृतियां सदैव हमें कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और सेवा भावना की प्रेरणा देती रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने कठिनतम परिस्थितियों में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने, अपराध नियंत्रण और महिला सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों के कल्याण के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ हर कदम उठाने को प्रतिबद्ध है।
पुलिस को मिला 4,061 करोड़ का बजट
सीएम योगी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में पुलिस विभाग के लिए 4,061.87 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है, जो पिछले वर्ष से 7% अधिक है। इसमें डायल 112 के वाहनों की खरीद के लिए 210 करोड़, उपकरणों के लिए 272 करोड़ और पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत 53.88 करोड़ रुपये का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि 317 पुलिस निर्माण कार्यों के लिए 900 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई, जिनमें से 140 कार्य पूरे हो चुके हैं। इसके अलावा, पुलिस बल के 31,000 नए पद भी सृजित किए गए हैं।
महिला सुरक्षा और जनसहयोग पर बल
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। अयोध्या, मिर्जापुर, चंदौली और सिद्धार्थनगर में 78 नई महिला चौकियाँ और परामर्श केंद्र स्थापित किए गए हैं, साथ ही हर जिले में एक महिला थाना स्वीकृत किया गया है। लखनऊ में 1930 वूमेन हेल्पलाइन सेंटर की क्षमता बढ़ाकर 1.60 लाख कॉल प्रतिमाह की गई है।
राज्यभर में 75 साइबर थाने, 107 आर्थिक अपराध इकाइयाँ, 40 मानव तस्करी निवारण इकाइयाँ और 6 एंटी-नारकोटिक्स थाने स्थापित किए गए हैं। इससे अपराध नियंत्रण और त्वरित कार्रवाई को नई गति मिली है।
सम्मान और प्रोत्साहन की पहल
मुख्यमंत्री ने कर्तव्यनिष्ठ व वीर पुलिसकर्मियों के सम्मान की जानकारी दी। अब तक 34 कर्मियों को राष्ट्रपति वीरता पदक, 11 को विशिष्ट सेवा पदक और 145 को सराहनीय सेवा पदक मिले हैं। गृह मंत्रालय ने 763 कर्मियों को उत्कृष्ट सेवा और 486 को सराहनीय सेवा पदक प्रदान किए हैं। साथ ही, डीजीपी द्वारा 494 अधिकारियों को चिन्हों और प्रशस्ति पत्रों से सम्मानित किया गया।
उन्होंने बताया कि अब तक 2.09 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है, जिनमें 34 हजार महिलाएं शामिल हैं, जबकि 28 हजार से अधिक पदों पर प्रक्रिया जारी है। नवनियुक्त 60,000 से अधिक जवानों को हाइब्रिड प्रशिक्षण मॉडल पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई, जनता को भरोसा
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017 से अब तक 15,000 से ज्यादा पुलिस मुठभेड़ों में 257 दुर्दांत अपराधी ढेर हुए, 10,000 घायल हुए और 1,745 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। 26,920 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट, 961 पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई और 14,467 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ के तहत 69 अपराधियों को मृत्युदंड और 8,500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दिलाई गई। सीएम ने कहा कि ‘अग्निवीरों’ को आरक्षी भर्ती में विशेष आयु छूट और 20 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, जिससे युवाओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
तकनीक और संवेदना से सशक्त पुलिस
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कानून, तकनीक और संवेदना के नए युग में प्रवेश कर चुका है। पुलिस अब न केवल अपराधियों के खिलाफ सख्त है, बल्कि समाज के प्रति सेवा और सहानुभूति की भावना से भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि “हम उत्तर प्रदेश को सुरक्षित, विकसित और संवेदनशील बनाने के अपने लक्ष्य पर पूरी निष्ठा से आगे बढ़ रहे हैं।”

