Ranchi : बुंडू अनुमंडल कार्यालय के सभागार में सामाजिक कुरीति निवारण एवं महिला सशक्तीकरण को लेकर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अनुमंडल पदाधिकारी किस्टो बेसरा ने की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, किशोरी बालिकाओं और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में फैली कुप्रथाओं जैसे डायन प्रथा, बाल विवाह और लिंगानुपात में असंतुलन के खिलाफ जन-जागरूकता फैलाना और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देना था।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह ने इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी, जिनमें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, विधवा पुनर्विवाह योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, शक्ति सदन, महिला हेल्पलाइन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और PCPNDT एक्ट जैसी योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और समाज में उनके प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना है।
इस कार्यक्रम में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधरोपण भी किया गया। पाँच किशोरी बालिकाओं, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से पौधारोपण कर समाज को पर्यावरण संरक्षण और महिला सम्मान का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम की खास बात रही सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ प्रचार रथ का शुभारंभ। अनुमंडल पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने इस प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरूक करेगा।
इसके साथ ही, बुंडू अनुमंडल में संचालित बाल विकास परियोजना की उपलब्धियों पर एक PPT प्रस्तुति भी दी गई। अनुमंडल पदाधिकारी किस्टो बेसरा ने प्रस्तुति की सराहना करते हुए परियोजना में और सुधार के लिए दिशा-निर्देश दिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रखंड प्रमुख, अंचल अधिकारी, चिकित्सा प्रभारी सहित कई विभागों का सराहनीय सहयोग रहा। सभी अधिकारियों ने सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन और महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।

