Ranchi News : झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बुधवार को इटकी प्रखंड के हरमू गांव और मांडर प्रखंड के दो गांवों हरील पाहन टोली और गोरखो का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हाल ही में हुई दुखद घटनाओं में मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
सबसे पहले मंत्री हरमू गांव पहुंचीं, जहां सूरज मुंडा के पुत्र अमित मुंडा और पुत्री प्रीति मुंडा की मौत उचित इलाज न मिलने के कारण हो गई। दोनों बच्चे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे, लेकिन परिवार ने स्थानीय स्तर पर इलाज करवाया। मंत्री ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक बड़ी सामाजिक चेतावनी है कि ग्रामीणों को अब झोला छाप डॉक्टरों से बचना होगा और समय पर सरकारी अस्पतालों में जाकर उचित इलाज कराना चाहिए।
मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंच चुकी है और कैंप लगाकर ग्रामीणों की जांच की जा रही है। यह भी कहा गया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि बच्चों की मौत किस बीमारी से हुई।
इसके बाद मंत्री तिर्की मांडर प्रखंड के हरील पाहन टोली पहुंचीं, जहां कुछ दिन पूर्व अल्बर्ट एक्का और कुलदीप बाड़ा की ट्रेन से कटकर मृत्यु हो गई थी। उन्होंने परिजनों से मिलकर गहरा दुख प्रकट किया और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
इसके बाद मंत्री ने मांडर के ही गोरखो गांव का दौरा किया, जहां अंजली कच्छप की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई थी। इसी घटना में एक महिला और एक बच्चा भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। मंत्री ने परिजनों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया और बताया कि सरकार की ओर से चार लाख रुपये मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं और इलाज की कमी से होने वाली मौतें बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं और सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सहायता दोनों पर काम कर रही है।
मंत्री के इस दौरे में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि और सहयोगी मौजूद रहे जिनमें रमेश महली, राजन किस्पोट्टा, आकाश उरांव, फिलिप सहाय एक्का, भानु सिंह, मांगा उरांव, जमील मल्लिक, रशीद अंसारी, तबारक खान प्रमुख रहे।

