Ranchi News : आगामी मोहर्रम पर्व के मद्देनज़र उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में 1 जुलाई 2025 को केंद्रीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शहर और ग्रामीण क्षेत्र के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी, सेन्ट्रल मोहर्रम कमिटी, विभिन्न अखाड़ा समितियों एवं शांति समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य मोहर्रम के दौरान जिले में सांप्रदायिक सौहार्द, सुरक्षा और व्यवस्थित संचालन को सुनिश्चित करना था। बैठक में डीआईजी सह वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्रवीण पुष्कर, शहर के पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारी उत्कर्ष कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी राजेश्वरनाथ आलोक सहित यातायात पुलिस अधीक्षक और कई अन्य अधिकारी शामिल थे।
मोहर्रम कमिटी और अखाड़ा समितियों ने प्रशासन को अपने सुझावों से अवगत कराया। प्रतिनिधियों ने जुलूस के रूट, समय निर्धारण, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, एम्बुलेंस सुविधा और अखाड़ों को लाइसेंस निर्गत करने जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की मांग की। सभी ने मिलकर यह भी संकल्प लिया कि पर्व शांति और भाईचारे के साथ मनाया जाएगा।
उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने कहा कि सभी संगठनों द्वारा दिये गए सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा और प्रशासन की ओर से बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि हर स्तर पर तैयारी की जा रही है ताकि पर्व के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने का ऐलान करते हुए उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि किसी भी अफवाह की स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचना दी जाए ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने आम जनता और समिति सदस्यों से संयम बरतने और अफवाहों से बचने की अपील की।
वहीं, डीआईजी सह वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि “छोटी-छोटी बातों को बड़ा न बनने दें।” यदि किसी प्रकार की समस्या हो तो पहले स्थानीय खलीफा, फिर थाना प्रभारी, और जरूरत पड़ने पर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि जुलूस समय पर शुरू और समाप्त हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि पर्व के दौरान ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी और धार्मिक स्थलों पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी ताकि कोई असामाजिक तत्व माहौल खराब न कर सके।
प्रशासनिक स्तर पर साफ संकेत हैं कि इस बार मोहर्रम को शांतिपूर्वक और सुव्यवस्थित ढंग से मनाने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय, निगरानी तंत्र और सामुदायिक सहयोग को प्राथमिकता दी जाएगी।