Jharkhand News: अगर आप खूंटी से तोरपा या फिर सिमडेगा की ओर जाने का मन बना रहे हैं, तो जरा संभल जाइए। इन दिनों खूंटी से तोरपा की ओर जानेवाली हर सड़क खतरनाक हालात में है। पिछले पंद्रह दिनों से लगातार हो रही बारिश ने सड़कों की हालत ऐसी बना दी है कि अब चलना ही जोखिम भरा हो गया है। हर रास्ते पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं और उन गड्ढों में भरा गंदा पानी इस कदर है कि ये समझना मुश्किल हो गया है कि सड़क पर कहां गड्ढा है और कहां समतल रास्ता।
इसका खामियाजा सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। हर दिन दुर्घटनाओं की खबरें सामने आ रही हैं और प्रशासन अब तक हालात सुधारने में असफल नजर आ रहा है।
मुख्य मार्ग पर बना पुल ढहा, पूरा रास्ता बंद
खूंटी से तोरपा जाने का मुख्य मार्ग बाबा आम्रेश्वर धाम और डोड़मा (KTK रोड) होकर है, लेकिन इस रास्ते पर भी संकट गहराया हुआ है। बीते 19 जनवरी को मूसलधार बारिश के चलते पेलौल गांव के पास बनई नदी पर बना पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। नतीजतन, इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद है।
अब लोग मजबूरी में कुंजला-जुरदाग-गम्हरिया होकर तोरपा या सिमडेगा की ओर जा रहे हैं। लेकिन यह वैकल्पिक रास्ता खुद एक खतरा बन चुका है। भारी वाहनों और ट्रकों की आवाजाही से यह मार्ग बेहद जर्जर हो चुका है और हर जगह जाम की स्थिति बन जाती है।
बाकी रास्तों की भी हालत दयनीय
खूंटी से तोरपा जाने का एक और वैकल्पिक रास्ता बाला मोड़ से कर्रा होते हुए है। लेकिन इस मार्ग पर कांटी पुल और एक अन्य डायवर्सन बुरी तरह से जर्जर हो चुके हैं।
एक और रास्ता बिचना से सारिदकेल होकर खूंटी पहुंचने का है, लेकिन उसकी हालत भी कमोबेश वैसी ही है — गड्ढों से भरा, फिसलन भरा और जानलेवा।
तोरपा-मुरहू सड़क धंसी, रामजय गांव में हालात गंभीर
लगातार बारिश के चलते तोरपा से कुमांग होते हुए मुरहू जाने वाली सड़क भी अब संकट में है। रामजय गांव के पास यह सड़क आधी धंस चुकी है। स्थानीय लोगों की माने तो यदि समय रहते इसकी मरम्मत नहीं कराई गई, तो बड़ी दुर्घटना कभी भी हो सकती है।
हैरानी की बात यह है कि इस सड़क का निर्माण मात्र तीन-चार साल पहले करोड़ों रुपये की लागत से हुआ था। बावजूद इसके, अब सड़क पर सैकड़ों छोटे-बड़े गड्ढे नजर आने लगे हैं और कई हिस्सों पर सड़क धंसने के कगार पर है।
मरम्मत शुरू, पर समस्याएं बनी हुई हैं
इस मामले में ग्रामीण विकास विभाग खूंटी के कार्यपालक अभियंता सुशील कुमार झा ने जानकारी दी कि मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले सड़क पर मिट्टी डाली गई थी, लेकिन भारी बारिश से वह बह गई। अब वहां बॉल्डर डालने का कार्य प्रारंभ किया गया है।
हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि रामजय के पास जहां सड़क धंसी है, वहां की जमीन का मालिक मरम्मत कार्य नहीं करने दे रहा है। ऐसे में मरम्मत कार्य में भी बाधा आ रही है।