India News: अगर आपके पास वेटिंग टिकट है, तो अब ट्रेन में चढ़ने से पहले दो बार सोच लीजिए। भारतीय रेलवे ने वेटिंग टिकट पर यात्रा को लेकर नया नियम लागू किया है। नए प्रावधान के तहत अब बिना कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को रिजर्वेशन कोच में सफर की अनुमति नहीं दी जाएगी।
एक टिकट में एक कंफर्म, बाकी वेटिंग – क्या करें?
अगर एक पीएनआर में छह लोगों का टिकट बुक किया गया है और उनमें से केवल एक का ही कंफर्म हुआ है, तो बाकी यात्री उस एक यात्री के साथ सफर कर सकते हैं — लेकिन सभी को उसी बर्थ पर एडजस्ट करना होगा। रेलवे ने साफ कहा है कि ऐसा करते समय आसपास के यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हालांकि यह स्थिति बहुत कम देखने को मिलती है, क्योंकि आमतौर पर एक पीएनआर में केवल एक व्यक्ति का कंफर्म टिकट रह जाना दुर्लभ है।
वर्तमान में आईआरसीटीसी के नियमों के अनुसार, एक बार में अधिकतम छह यात्रियों का टिकट बुक किया जा सकता है। इससे अधिक यात्रियों के लिए अलग पीएनआर से बुकिंग करनी होगी। यदि सभी का टिकट कंफर्म है, तो यात्रा में कोई दिक्कत नहीं होती, लेकिन केवल एक या दो के कंफर्म होने की स्थिति में बाकी को सफर करने की अनुमति सीमित होती है।
वेटिंग टिकट पर ट्रेन में चढ़ना मना
रेलवे के मुताबिक अगर आपका टिकट विंडो से बुक हुआ है और सभी का टिकट वेटिंग है, तो ऐसे यात्री रिजर्वेशन कोच में सफर नहीं कर सकते। इस स्थिति में बेहतर यही है कि टिकट को कैंसिल करा दिया जाए। वहीं अगर ई-टिकट है और पीएनआर में किसी एक का भी टिकट कंफर्म नहीं हुआ है, तो वह टिकट अपने आप निरस्त हो जाएगा।
रेलवे बोर्ड का कहना है कि पहले हर साल लगभग 16 करोड़ वेटिंग टिकट बुक होते थे, लेकिन अब यह संख्या घट रही है क्योंकि रेलवे ने क्षमता के सिर्फ 25 फीसदी तक ही वेटिंग टिकट जारी करने की सीमा तय की है।

