Ramgarh : रामगढ़ जिले के भुरकुंडा रेलवे साइडिंग में शुक्रवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब अज्ञात अपराधियों ने लगातार पांच राउंड फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि यह फायरिंग कोयला व्यवसाय में हिस्सेदारी को लेकर की गई। हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर इलाके की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, अपराधियों का मकसद कोयले के काले कारोबार में अपना वर्चस्व स्थापित करना और चारकोल मिलावट से हो रही मोटी कमाई में हिस्सा तय करवाना था। इस साइडिंग से वर्षों से रेल रैक के जरिए पॉवर प्लांटों को कोयला भेजा जाता है। वहीं, इस कोयले में चारकोल की मिलावट का गोरखधंधा भी लंबे समय से चला आ रहा है। मिलावट के बाद मुनाफा कई गुना बढ़ जाता है, जो अपराधियों के लिए लालच का बड़ा कारण बन चुका है।
फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया। पतरातू एसडीपीओ गौरव गोस्वामी के नेतृत्व में जांच शुरू की गई है। पतरातू इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह, थाना प्रभारी शिवलाल गुप्ता, भदानीनगर ओपी प्रभारी ब्रह्मवत कुमार और भुरकुंडा प्रभारी निर्भय गुप्ता समेत पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और छानबीन शुरू की। वहां से चार खाली कारतूस (खोखा) बरामद किए गए हैं।
पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है ताकि अपराधियों की पहचान हो सके। अफसरों का कहना है कि घटना को अंजाम देने वाले अपराधी स्थानीय गैंग से जुड़े हो सकते हैं, जो कोयला साइडिंग पर रंगदारी और धमकी देने का काम करते हैं।
गौरतलब है कि लगभग 10 दिन पहले राहुल दुबे गैंग ने भी इसी रेलवे साइडिंग पर दस्तक दी थी और ठेकेदारों से रंगदारी की मांग की थी। ऐसे में आशंका है कि यह घटना गैंगवार की कड़ी हो सकती है, जहां विभिन्न गिरोह मुनाफे और नियंत्रण को लेकर एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। पुलिस का कहना है कि अपराधियों की जल्द पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी। इस घटना ने इलाके में सुरक्षा की चिंता बढ़ा दी है।

