Mandsaur News : भाजपा नेता मनोहर धाकड़ से जुड़ा हाईवे पर अश्लील वीडियो वायरल करने का मामला अब पुलिस कार्रवाई के दायरे में आ गया है। भानपुरा थाना पुलिस ने इस मामले में चार टोलकर्मियों के खिलाफ आईटी एक्ट और ब्लैकमेलिंग की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने जानकारी दी कि गिरफ्तार आरोपियों में अजय मीणा (27), कमलेश मेघवाल (32), रोहित नागर (27) और बन्ने सिंह चौहान (32) शामिल हैं। आरोप है कि इन चारों ने भाजपा नेता मनोहर धाकड़ को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 25 हजार रुपये की ब्लैकमेलिंग की थी। इनमें से 5 हजार रुपये का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से बन्ने सिंह चौहान को किया गया था।
मनोरंजक मोड़ उस वक्त आया जब मनोहर धाकड़ ने वकील के माध्यम से बयान जारी कर कहा कि वायरल वीडियो में वे नहीं हैं और ना ही वीडियो में दिख रही गाड़ी उनकी है। उन्होंने खुद को पूरी तरह इस मामले से अलग बताया है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि यदि वायरल वीडियो में धाकड़ नहीं थे, तो फिर टोलकर्मियों ने किस व्यक्ति को ब्लैकमेल किया था? पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, चारों आरोपियों ने पहले से ही योजना के तहत वीडियो बनाया और उसे वायरल करने की धमकी देकर आर्थिक लाभ लेने का प्रयास किया। वीडियो वायरल करने की धमकी गंभीर आईटी अपराध की श्रेणी में आता है, जिस पर पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की।
पुलिस अधीक्षक मंदसौर ने कहा कि कानून से खिलवाड़ करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह आम नागरिक हो या टोल कर्मचारी। इस तरह की घटनाएं समाज में डर और भ्रम फैलाती हैं, जिससे सख्ती से निपटना आवश्यक है।
वहीं, राजनीतिक हलकों में भी इस प्रकरण को लेकर चर्चाएं तेज हैं और विपक्ष इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रहा है। पुलिस अब मामले की विस्तृत जांच कर रही है कि ब्लैकमेलिंग के पीछे असली मकसद क्या था और क्या किसी राजनीतिक साजिश की भी इसमें भूमिका है।