Ranchi News: झारखंड में पुलिस महकमे की सियासत एक बार फिर गरम हो गई है। अवैध रूप से नियुक्त डीजीपी अनुराग गुप्ता को हटाए जाने के बाद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जोरदार निशाना साधा है। मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने “देर से ही सही”, लेकिन अंततः उनके सुझाव पर अमल किया और राज्य के “दागी, विवादास्पद और अपराधी छवि वाले” डीजीपी अनुराग गुप्ता को हटाया।
“अब उन्हें सम्मानजनक पद दे दीजिए… ताकि राज़ राज़ ही रहें” – मरांडी
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM जी,
देर से ही सही, लेकिन अंततः आपने हमारे सुझाव पर अमल किया और झारखंड के दागी, विवादास्पद एवं अपराधी क़िस्म के रिटायर्ड अवैध डीजीपी अनुराग गुप्ता का इस्तीफ़ा लेकर उन्हें हटाया। इसके लिये आपको धन्यवाद।भगवान का शुक्र है कि इन्हें आपने बाहर का…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 7, 2025
मरांडी ने तंज भरे लहजे में कहा कि, “भगवान का शुक्र है कि आपने इन्हें हटा दिया, वरना आगे झारखंड के लोगों को क्या-क्या झेलना पड़ता, कोई नहीं जानता।” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “आपकी सरकार की नीति शुरू से ही रही है — जितना बड़ा दुराचारी, उतना बड़ा पदाधिकारी! तो अब उसी परंपरा को निभाते हुए अनुराग गुप्ता को कोई और सम्मानित पद दे दीजिए।” मरांडी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद इससे मुख्यमंत्री और अनुराग गुप्ता दोनों के “हित” भी सुरक्षित रहेंगे, और उनके बीच के सारे ‘राज़ भी राज़’ बने रहेंगे।उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो कहीं ऐसा न हो कि “घर का भेदी लंका ढहाए” की तरह अनुराग गुप्ता खुद सरकार की पोल खोल दें।
मरांडी बोले– जनता सब देख रही है
मरांडी ने कहा कि भाजपा लगातार सरकार की अवैध नियुक्तियों और मनमानी पर सवाल उठाती रही है, लेकिन मुख्यमंत्री तब तक नहीं जागे जब तक स्थिति बिगड़ नहीं गई। उन्होंने कहा, “हम बार-बार कहते रहे कि अनुराग गुप्ता की नियुक्ति पूरी तरह असंवैधानिक है, अब जाकर सरकार की नींद टूटी।” उन्होंने इस फैसले को देर से लिया गया सही कदम बताया और कहा कि अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री अपने ही नियमों पर अमल करते हैं या नहीं।

