Sports News: फुटबॉल की दुनिया में कभी-कभार ऐसे पल आते हैं, जो सिर्फ खेल नहीं होते- वे इतिहास बन जाते हैं। कैरेबियाई द्वीप कुराकाओ ने ऐसा ही एक पल दुनिया को दिखाया है। करीब डेढ़ लाख की आबादी वाला यह देश फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाला अब तक का सबसे छोटा देश बन गया है।
किंग्स्टन में खेले गए मैच में कुराकाओ ने जमैका के साथ 0–0 से ड्रॉ खेला। स्कोर भले ही सादा रहा हो, लेकिन इसके पीछे इतनी बड़ी उपलब्धि छुपी थी कि मैच खत्म होते ही कुराकाओ के खिलाड़ी खुशी से झूम उठे।
जमैका का दबदबा, लेकिन कुराकाओ की दीवार नहीं टूटी
मैच पूरे समय बेहद तनाव से भरा रहा। स्टेडियम खचाखच भरा था, और घरेलू दर्शकों के सामने जमैका के खिलाड़ी आक्रामक नजर आए। दूसरे हाफ में उन्होंने लगातार मौके बनाए, लेकिन कुराकाओ की डिफेंस ने हर हमले पर दीवार की तरह काम किया। हर टैकल, हर ब्लॉक और हर क्लियरेंस ऐसा लग रहा था जैसे खिलाड़ी सिर्फ गेम नहीं, अपनी पहचान बचा रहे हों। समय खत्म होने की ओर बढ़ रहा था और सस्पेंस अपनी चरम पर था। लेकिन कुराकाओ ने आखिर तक गोल नहीं होने दिया- और यही उन्हें इतिहास तक ले गया।
ग्रुप–बी में टॉप पर पहुंचते ही मचा जश्न
गोलरहित ड्रॉ के बाद कुराकाओ ने ग्रुप–बी में पहला स्थान हासिल कर लिया। उनके 12 अंक हैं, जमैका से एक अंक ज्यादा। त्रिनिदाद एंड टोबैगो तीसरे और बरमूडा आखिरी स्थान पर रहा। यह रिकॉर्ड कुराकाओ ने अपने कोच डिक एडवोकाट की गैरमौजूदगी में बनाया, जो पारिवारिक कारणों से नीदरलैंड लौट गए थे। इस उपलब्धि ने आइसलैंड का 2018 का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया- जिसकी आबादी उस समय 3.5 लाख थी। कुराकाओ ने इसे आधी आबादी में कर दिखाया। अगले साल होने वाले फीफा विश्व कप में अब सबकी निगाहें इसी छोटी लेकिन दमदार टीम पर रहेंगी।

