Ranchi : झारखंड सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा मदरसा आलिम और फाजिल डिग्री को असंवैधानिक करार देने के निर्णय के खिलाफ राज्यभर में विरोध शुरू हो गया है। इस निर्णय पर मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट के संस्थापक और केंद्रीय अध्यक्ष महफूज़ आलम ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और झामुमो की गठबंधन सरकार क्या भाजपा के इशारे पर काम कर रही है? सरकार का यह कदम न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि शिक्षा के अधिकार और समान अवसरों के सिद्धांत के खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि आलिम और फाजिल की डिग्रियां वर्षों से स्नातक और स्नातकोत्तर के समकक्ष मानी जाती रही हैं, ऐसे में सरकार द्वारा इन्हें असंवैधानिक बताना हजारों छात्रों और शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ है।
महफूज़ आलम ने चेतावनी दी कि यदि झारखंड सरकार ने शीघ्र ही इस निर्णय को वापस नहीं लिया, तो मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट राज्यभर में बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक आलिम-फाजिल डिग्री को दोबारा मान्यता नहीं मिल जाती।
इस मौके पर संगठन के कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें मोहम्मद सज्जाद, इकबाल खान, कामरान अंसारी, जफर हुसैन, जफर इकबाल और मोहम्मद शमीम प्रमुख थे। सभी ने सरकार से तुरंत इस फैसले को रद्द करने की मांग की।

