Close Menu
Public AddaPublic Adda
  • होम
  • देश
  • दुनिया
  • झारखंड
  • बिहार
  • यूपी
  • राजनीति
  • स्पोर्ट्स
  • सोशल
  • अन्य
Facebook X (Twitter) Instagram
Public AddaPublic Adda
Facebook X (Twitter) Instagram
  • Home
  • India
  • World
  • States
    • Jharkhand
    • Bihar
    • Uttar Pradesh
  • Politics
  • Sports
  • Social/Interesting
  • More Adda
Public AddaPublic Adda
  • होम
  • देश
  • दुनिया
  • झारखंड
  • बिहार
  • यूपी
  • राजनीति
  • स्पोर्ट्स
  • सोशल
  • अन्य
Home»World»कौन हैं यजीदी? निवास पहाड़ी इलाका, क्या है इनका इस्लामी कनेक्शन? … जानें
World

कौन हैं यजीदी? निवास पहाड़ी इलाका, क्या है इनका इस्लामी कनेक्शन? … जानें

Shamsul HaqBy Shamsul HaqMay 31, 2025Updated:May 31, 2025No Comments3 Mins Read
Share Facebook Twitter WhatsApp Telegram Copy Link
Follow Us
Google News Flipboard
Share
Facebook Twitter Telegram WhatsApp Threads Copy Link
Advertisement

World News: कट्टरपंथी ताकतों ने दुनिया का जीना मुहाल कर रखा है। इनमें से एक समूह यजीदियों का भी है। ISIS के डर से यजीदी समुदाय इराक के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से के पहाड़ी इलाकों में रहता है। बीते साल भी यजीदी समुदाय के नेता ने भारत से मदद की गुहार लगाई थी। इराक के अलावा यजीदी जर्मनी, रूस, आर्मेनिया, जॉर्जिया, यूक्रेन, अमेरिका, कनाडा, सीरिया और तुर्की जैसे देशों में रहते हैं।

पूरी दुनिया में इनकी आबादी 20-30 लाख

यजीदियों की संख्या इतनी कम है कि इनके मुद्दे अनदेखे ही रह जाते हैं दुनियाभर में यजीदियों की आबादी 20 से 30 लाख के करीब है। उनका धर्म इस्लाम, हिंदू और ईसाई सबसे अलग है। यह धर्म एक तरह से गुमनाम और रहस्यमय कहा जा सकता है। यजीदियों की मान्यताओं और उनकी उपासना की पद्धति की वजह से इस्लामिक देशों में उन्हें शैतान के उपासक भी कहा जाता है। इनकी ज्यादा संख्या इराक, सीरिया और दक्षिण-पूर्वी तुर्की में है। ये छोटे समुदायों के रूप में रहते हैं। अकसर ये दुनिया से कटे ही रहते हैं। ISIS जैसी कट्टरपंथी ताकतों से सताए जाने की वजह से उनकी संख्या में गिरावट आई है।

पढ़ते हैं बाईबल और कुरआन, मयूर और सूर्य की करते हैं उपासना

यजीदियों की खास बात है कि कोई भी धर्म परिवर्तन करके यजीदी नहीं बन सकता है। यजीदी वही हो सकता है जो यजीदी के ही घर पैदा हुआ हो। यह भी एक वजह है कि यजीदियों की संख्या सीमित है। एक तरफ जहां इस्लाम विस्तारवाद के लिए मशहूर हो गया है। वहीं यजीदी इसके ठीक विपरीत हैं। फारसी भाषा में इजीद का मतलब देवता या फरिश्ता होता है। माना जाता है कि इसी वजह से इस धर्म का नाम यजीदी रखा गया है।

हालांकि कट्टरपंथी समूहों का मानना है कि इनका ताल्लुक उमैयद राजवंश के दूसरे खलीफा यज़ीद इब्न मुआविया से है। कट्टरपंथी यजीद को बुरा शासक मानते थे। इसी वजह से वे यजीदियों से नफरत करने लगे। जानकारों का कहना है कि इस धर्म का यजीद से कोई भी लेना-देना नहीं है। यजीदियों की बहुत सारी मान्यताएं मुस्लिमों, ईसाइयों से मिलती जुलती हैं। वैसे तो ये बाइबल और कुरआन दोनों को मानते हैं लेकिन इनकी ज्यादातर पद्धतियां पारंपरिक रूप से चली आ रही हैं जो कि इस्लाम और ईसाइयों से अलग हैं। उनकी कई मान्यताएं ऐसी हैं जो कि हिंदू धर्म से मेल खाती हैं।

यजीदी महिलाएं भी लाल जोड़ा पहनकर शादी करती हैं। हालांकि इस दौरान वे चर्च में जाती हैं। मुसलमानों की तरह वे जानवरों की कुर्बीनी देते हैं और खतना भी करते हैं। वहीं इस्लाम से विपरीत वे सूर्य और मोर की उपासना करते हैं। यजीदी ईश्वर को इस श्रृष्टि का रचयिता मानते हैं। उनका मानना है कि परमात्मा ने श्रृष्टि के संचालन का कार्य अपने अवतारों को सौंप रखा है।

उनमें ईश्वर के सात अवतारों की मान्यता है जिसमें सबसे प्रमुख मोर का अवतार है जिसे मलक ताउस कहा जाता है। यजीदी मयूर की उपासना करते हैं। यजीदियों के पवित्र स्थल लालिश की एक दीवार पर तस्वीर बनी हुई है जिसमें महिला दीपक जला रही है। उसकी वेशभूषा भारतीय महिला की तरह है। यजीदी सूर्यास्त और सूर्योदय के वक्त पश्चिम और पूर्व में मुंह करके उपासना करते हैं और फिर दीपक जलाकर आरती करते हैं। उसमें व्रत रखने और मुंडन कराने की भी परंपरा है। यजीदी पृथ्वी, जल और अग्नि को पवित्र मानते हैं।

Launching Press Ads
WhatsApp Group जुड़ने के लिए क्लिक करें 👉 Join Now
Malak Taus worship Yazidi Yazidi community Yazidi community population Yazidi religion beliefs Yazidi religion vs Islam Yazidi tribe Yazidi women tradition मलक ताउस पूजा यजीदी यजीदी जनजाति यजीदी धर्म की मान्यताएं यजीदी धर्म बनाम इस्लाम यजीदी महिलाएं परंपरा यजीदी समुदाय यजीदी समुदाय की जनसंख्या
Follow on Google News
Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Threads Copy Link

Related Posts

ग्रामीणों को ‘अबुआ आवास’ और ‘सावित्री बाई फुल्लीकिशोरी योजना’ जैसे प्रमुख स्कीमों से किया गया अवगत

November 16, 2025

राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम पेंशन योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण शिविर आयोजित

November 16, 2025

चैनपुर के रातू में स्वास्थ्य उपकेंद्र का शिलान्यास, गुणवत्ता से समझौता न करने की कड़ी चेतावनी

November 16, 2025

JUST IN

कांके में पारंपरिक खोड़हा जतरा के साथ झारखंड का 25वां स्थापना दिवस मनाया गया, सामाजिक न्याय का लिया संकल्प

November 16, 2025

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड पवेलियन चमका, प्राकृतिक शहद और रेशम उत्पाद बने आकर्षण का केंद्र

November 16, 2025

झारखंड में मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक अधिकार लगातार छीने जा रहे : एस अली

November 16, 2025

ग्रामीणों को ‘अबुआ आवास’ और ‘सावित्री बाई फुल्लीकिशोरी योजना’ जैसे प्रमुख स्कीमों से किया गया अवगत

November 16, 2025

राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम पेंशन योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण शिविर आयोजित

November 16, 2025
Today’s Horoscope
Launching Press Ads
© 2025 PublicAdda. Designed by Launching Press.
  • About
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Adsense

Home

News

Web Stories Fill Streamline Icon: https://streamlinehq.com

Web Stories

WhatsApp

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

Ad Blocker Enabled!
Ad Blocker Enabled!
Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please support us by disabling your Ad Blocker.