रांची। जिला के सभी संबंधित पदाधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि किसी भी परिस्थिति में जनता को पेयजल की समस्या नहीं हो। बढ़ती गर्मी को देखते हुए चापानल मरम्मती पर विशेष ध्यान दिया जाए। यह बातें 12 अप्रैैल 2025 को उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने कही। वह जिला के सभी पंचायताें के मुखिया संग वीडियाे कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेयजल की समीक्षा कर रहे थे। इस क्रम में उन्होंने बढ़ती गर्मी को देखते हुए ग्रामीणों की पेयजल सुविधाएं और पंचायतों की सुदृढ़ीकरण से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषयों को टटोला। उन्होंने प्रखंडवार लगे चापानल की संपूर्ण सूची, मरम्मती सूची एवं भौतिक सत्यापन की सूची यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए कहा वह पेयजल व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर हैं। इसमें कोताही बरतने वाले को नजरअंदाज नहीं किया जायेगा। इसलिए समय रहते सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं ताकि जिला के किसी नागरिक को गर्मी में पेयजल के लिए भटकना नहीं पड़े। पंचायतों के सुदृढ़ीकरण पर जोर देते हुए उपायुक्त ने कहा पंचायतों को अधिक प्रभावी बनाने, उनके सुदृढ़ीकरण करने जैसे बुनियादी ढांचे, प्रशासनिक क्षमता और ग्राम रोजगार योजनाओं की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाया जायेगा। इस पर कार्य तेजी से किए जा रहे हैं।
मुखिया को महिला स्वालंबन की मिली जिम्मेवारी
उपायुक्त ने सभी मुखिया को विशेष रूप से कहा कि पंचायत की महिला को राज्य सरकार द्वारा झारखंड मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना की सम्मान राशि मिल रही है। इस राशि से वह बकरी और मुर्गी पालन कर राशि का सदुपयोग कर सकती हैं और प्रत्येक महिला आर्थिक रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर बन सकती है। इस दिशा में पंचायत के मुखिया की भूमिका महत्वपूर्ण और सराहनीय हो सकती है। वे महिलाओं का स्वावलंबन की दिशा में मार्गदर्शन कर उन्हेें आर्थिक रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर करने की दिशा में ठोस पहल कर सकते हैं। बैठक में उप विकास आयुक्त दिनेश कुमार यादव, जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजेश कुमार साव, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी राजीव कुमार उपस्थित थे। वहीं, वीडियाे कॉन्फ्रेंस से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र के कार्यकारी अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी मुखिया, सभी पंचायत सचिव, सभी ग्राम रोजगार सेवक जुड़े थे।