Ranchi News: झारखंड मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने शनिवार को कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। राष्ट्रीय परिदृश्य और वर्तमान सुरक्षा हालातों के मद्देनज़र मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित एवं ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और झारखंड में किसी भी प्रकार की पैनिक स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अफवाहों पर सख्ती से रोक लगाई जाए और झूठी व भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और भड़काऊ संदेश प्रसारित करने वालों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की इस बैठक को राज्य में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ और आमजन को सुरक्षित रखने की दिशा में एक ठोस पहल माना जा रहा है।
जरूरत के अनुसार वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाने पर जोर
मुख्यमंत्री ने सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स की सक्रिय भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि राहत और बचाव कार्यों में इनकी भागीदारी बढ़ाई जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जरूरत के अनुसार वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाई जाए और इन्हें विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाए, ताकि ये जनजागरूकता, सामुदायिक क्षमता निर्माण और आपातकालीन स्थितियों में कारगर साबित हों।
कंट्रोल रूम को सक्रिय करने का निर्देश
राज्यभर में कंट्रोल रूम को सक्रिय करने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ प्रत्येक जिले में नियंत्रण कक्ष प्रभावी रूप से कार्य करें। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सभी पीएसयू (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों) की सुरक्षा बढ़ाने तथा राज्य के सभी अस्पतालों के रूफटॉप पर मेडिकल साइन बोर्ड लगाने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया, ताकि आपात स्थितियों में पहचान और सहायता में सुविधा हो।
बैठक में दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश
- MHA का निर्देश है कि सिविल डिफेंस रूल्स के अंतर्गत इमर्जेंसी प्रोविजंस का इस्तेमाल करें। खासकर कोई खरीदारी में टेंडर प्रक्रिया छोड़कर।
- मॉक ड्रिल की संख्या बढ़ाई जाए।
- एसेंशियल सर्विस को मेंटेन करने के लिए तैयारी की जाए।
- एसेंशियल कमोडिटीज पर खास ध्यान रखा जाए। होर्डिंग बिल्कुल नहीं हो।
- अस्पताल को तैयार रखा जाए।
- महत्वपूर्ण ठिकाने जैसे डैम, प्लांट, UCIL, बिजली घर, IOC आदि के सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाय।
- NGO एवं अन्य सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स से संपर्क कर उन्हें तैयार कराया जाए।
- जिला में फायर स्टेशन की तैयारी कर ली जाए।
- मोबाइल फेल करने पर PA सिस्टम तैयार कर ली जाए।
बैठक में ये रहे उपस्थित
मुख्य सचिव अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता, सचिव पूजा सिंघल, सचिव राजेश शर्मा, सचिव विप्रा भाल, विशेष सचिव आईपीआरडी राजीव लोचन बक्शी, आईजी ऑपरेशन एवी होमकर, आईजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार, एसपी एटीएस ऋषभ झा, एसपी अभियान अमित रेणु, कमांडेंट जैप -1 राकेश रंजन सहित अन्य अधिकारी।