Jharkhand News: चैनपुर प्रखंड में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन कार्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें वन संरक्षण और प्लास्टिक मुक्त वातावरण बनाने पर विशेष जोर दिया गया। इस अवसर पर वन कर्मियों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।चैनपुर के भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारी आदर्श शरण ने सरगांव में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पर्यावरण संरक्षण में आदिवासी समुदाय हमेशा से अग्रणी रहा है।
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि पूरे विश्व समुदाय को पर्यावरण के प्रति सजग रहना चाहिए। आदर्श शरण ने सरगांव और बामद के ग्रामीणों की सराहना करते हुए कहा कि वे वनों के प्रति बहुत जागरूक और सजग हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन गुमला वन प्रमंडल द्वारा किया गया था।रेंजर जगदीश राम ने कार्यक्रम के प्रति उत्साह दिखाने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। बिरसा हरित चेतना अभियान के समन्वयक अनिरुद्ध चौबे ने बताया कि गांवों में ग्राम सभा और ग्राम वन प्रबंधन एवं संरक्षण समितियों का गठन कर उन्हें सक्रिय किया गया है। उन्होंने ‘मुठिया चावल’ साप्ताहिक बैठक के माध्यम से वन, ग्राम सभा और धरती माता से जुड़ी आदिवासी परंपराओं को फिर से शुरू करने की बात कही।इस अवसर पर वन रक्षाबंधन, पौधारोपण और प्रशिक्षु पहान-पुजारियों का सम्मान किया गया। डीएफओ द्वारा सामुदायिक भोजन की व्यवस्था की गई, जिसमें ग्रामीणों और पदाधिकारियों ने एक साथ भोजन किया।
इस कार्यक्रम में प्रभारी वनपाल चंद्रेश चरण उरांव, राजकुमार साहु, जितेंदर उराव, बुददेव बड़ाईक, सुमित सोरेन, सुखदेव लकड़ा, दिलखुस कुमार, सहाबीर उराँव, छोटू उराँव, मुकेश उराँव, ललीता देवी, अमनी देवी सहित बामदा और सरगांव के सभी ग्रामीण उपस्थित थे।
चैनपुर थाना परिसर में लगाए गए पौधे
इसके अतिरिक्त, चैनपुर थाना परिसर में भी विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर फलदार पौधे लगाए गए और पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में चैनपुर थाना के एसआई अशोक कुमार, एएसआई नंदकिशोर सिंह, निर्मल राय सहित चैनपुर थाना के जवान मौजूद थे।
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