Ranchi News : रांची जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट को दूर करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर जिले के विभिन्न प्रखंडों में खराब पड़े चापानलों की मरम्मती का कार्य युद्धस्तर पर किया गया है। इस अभियान के तहत अब तक जिले के 18 प्रखंडों में कुल 3388 चापानलों की मरम्मत की जा चुकी है। विशेष रूप से 1 मार्च 2025 से 31 मई 2025 तक केवल 11 प्रखंडों में ही 1774 चापानलों की मरम्मत की गई, जिससे हजारों ग्रामीणों को राहत मिली है।
इन प्रखंडों में किया गया मरम्मती कार्य
प्रखंड | मरम्मत चापानल |
नामकुम | 248 |
कांके | 279 |
बेड़ो | 126 |
इटकी | 69 |
लापुंग |
125 |
रातू | 98 |
नगड़ी | 68 |
मांडर |
174 |
चान्हो | 184 |
बुढ़मू | 256 |
खलारी | 147 |
जिला प्रशासन ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त शिकायतों जैसे कि उपायुक्त कार्यालय, मुखिया, मोबाइल ऐप्स और “अबुआ साथी” प्लेटफॉर्म के माध्यम से दर्ज की गई शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यह कार्य संपन्न किया है।
उपायुक्त श्री भजंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि गर्मियों में लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना न पड़े, इसके लिए शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में चापानलों की मरम्मती प्राथमिकता के आधार पर की जाए। साथ ही उन्होंने कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल (पूर्वी एवं पश्चिमी) को विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं, जिससे मरम्मत कार्य में तेजी लाई जा सके।
शहरी क्षेत्रों में भी जहां-जहां पेयजल संकट की स्थिति बनी हुई है, वहां टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन की इस तत्परता से आम जनता को गर्मी के मौसम में बड़ी राहत मिली है और यह पहल जनहित में एक सफल कदम साबित हो रही है।
स्थानीय ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत करते हुए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है और उम्मीद जताई है कि इस तरह की त्वरित कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। जिले के शेष प्रखंडों में भी इस कार्य को लगातार बढ़ाया जा रहा है ताकि समूचे रांची जिले में कोई भी गांव या मोहल्ला पेयजल संकट से प्रभावित न हो।