Patna News : बिहार के लोगों के लिए यातायात को आसान और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप रेल मंत्रालय ने बिहार के 223 रेलवे फाटकों पर रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण को स्वीकृति दे दी है। यह निर्णय राज्य में यातायात को जाम मुक्त और तेज बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है।
इस सिलसिले में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, रेलवे बोर्ड के सदस्य (आधारभूत संरचना) नवीन गुलाटी और पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह के बीच एक अहम बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि फिलहाल 12 आरओबी/आरयूबी की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।
जिन स्थानों पर आरओबी निर्माण को स्वीकृति मिली है, उनमें सहरसा, छपरा, सीतामढ़ी, गया, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, औरंगाबाद और मुजफ्फरपुर जैसे जिले शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, सहरसा जिले का फाटक संख्या 104B1, छपरा जिले का फाटक संख्या 47spl, और सीतामढ़ी का फाटक संख्या 55C/3 इन 12 आरओबी में शामिल हैं।
इसके अलावा, 48 अन्य आरओबी की डीपीआर पूरी कर ली गई है, जिनकी स्वीकृति अगले महीने तक मिलने की संभावना है। साथ ही, 112 आरओबी पर डीपीआर निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। मार्च से मई 2025 के बीच एक विशेष अभियान चलाकर राज्य सरकार ने पथ निर्माण विभाग के अधीन 223 रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे द्वारा एनओसी (No Objection Certificate) प्राप्त कर लिया है।
इसके अलावा, अन्य विभागों (जैसे ग्रामीण कार्य विभाग) के अंतर्गत आने वाले 259 रेलवे फाटकों में से 236 को भी एनओसी मिल चुकी है।
इस मौके पर पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताई और कहा कि इन आरओबी के निर्माण से राज्य के किसी भी हिस्से से राजधानी पटना तक अधिकतम 3 घंटे 30 मिनट में पहुंचने का सपना साकार हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे जाम की समस्या समाप्त होगी और सड़क यातायात अधिक तेज और सुरक्षित बनेगा।