रांची। झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य वारिस कुरैशी ने इंटर परीक्षा के दौरान मुस्लिम छात्राओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार की कड़े शब्दों में निदा की है। यह दुर्व्यवहार 13 फरवरी 2025 काे गिरिडीह जिला स्थित जगदीश प्रसाद कुशवाहा कॉलेज ऑफ़ कॉम्पिटेंट भंडारी में कॉलेज के सुपरीटेंडेंट द्वारा किया गया था, जिस पर आयोग ने कड़ी प्रतिक्रियाा जताई है। आयोग सदस्य वारिस कुरैशी ने कहा परीक्षा के दौरान कॉलेज सुपरिंटेंडेंट द्वारा मुस्लिम छात्राओं की पहचान के लिए उनके हिजाब को जबरन उतरवा कर बाहर फेंकवा देना उनकी संकीर्ण साेच को दर्शाता है। इससे ज्ञात हाेता है कि सुपरिंटेंडेंट को मुस्लिम अल्पसंख्यकों से कितनी नफरत हैै। उन्होंने इस दौरान मुस्लिम छात्राओं संग अशोभनीय शब्दों का भी प्रयोग किया, जिस पर अल्पसंख्यक आयोग गंभीर है। पहचान के लिए फोटो से चेहरा मिलान करने के लिए आप सिर्फ चेहरा देख सकते हैं न की पूरे हिजाब को उतरवा कर बाहर फेेंक दिया जाए। आयोग ने इस पर भी कड़ी नराजगी जताई है कि यदि सुपरिंटेंडेंट महाेदय काे मुस्लिम छात्राओं की पहचान ही करनी थी तो किसी महिला शिक्षक अथवा महिला कर्मी से करवाते। उन्होंने स्वयं ऐसा क्यों किया? श्री कुरैशी ने कहा कॉलेज के सुपरीटेंडेंट का यह कृत घिनौना है। किसी भी परिस्थिति में किसी भी छात्रा का परिधान उतरवा कर नहीं फेंका जा सकता। यह गैरकानूनी और गैर मानवतावादी कृत है, जिस पर आयोग गंंभीर है। उन्होंने कहा इस संबंध में मैंने गिरिडीह जिला के डी.ई.ओ से दूरभाष पर बात की है और उन्हें सारी जानकारी देेते हुए जांच कर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने भरोसा दिलाया हैै कि जल्द से जल्द जांच कर कार्रवाई की जायेगी। श्री कुरैशी ने कहा यदि उक्त मामले पर देेरी होती है तो राज्य अल्पसंख्यक आयोग की टीम जल्द ही गिरिडीह का दौरा करेगी।