Ranchi News: हूल दिवस के अवसर पर झारखंड के विभिन्न शीर्ष नेताओं ने संथाल विद्रोह के महान सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, सीएम हेमंत सोरेन और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने स्वतंत्रता संग्राम के इन वीरों को नमन किया।
‘हूल दिवस’ के अवसर पर संथाल विद्रोह के महान सेनानियों सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो व अन्य वीर-वीरांगनाओं को कोटिशः नमन।
ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध उनका संघर्ष एवं गौरवगाथाएं भावी पीढ़ियों को अन्याय के विरुद्ध संघर्ष तथा मातृभूमि की सेवा हेतु सदैव प्रेरित करती रहेंगी। pic.twitter.com/LGLK10Msas
— Governor of Jharkhand (@jhar_governor) June 30, 2025
राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि हूल दिवस के मौके पर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो जैसे महान सेनानियों को कोटिशः नमन करता हूं। उन्होंने लिखा कि अंग्रेजों के खिलाफ उनका संघर्ष भावी पीढ़ियों को मातृभूमि की सेवा और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देता रहेगा।
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह के प्रतीक हूल दिवस
पर अमर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो सहित हजारों वीरों को शत-शत नमन।#HulDiwas #Jharkhand pic.twitter.com/xuAHyOz91T— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) June 30, 2025
सीएम हेमंत सोरेन ने भी हूल विद्रोह के वीर शहीदों को याद करते हुए कहा कि सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो ने स्वतंत्रता संग्राम से पहले ही आदिवासी अस्मिता की मशाल जलाई थी। उन्होंने अंग्रेजों और महाजनों के अत्याचार के खिलाफ जल, जंगल और जमीन की रक्षा हेतु हूल आंदोलन का नेतृत्व किया।
सीएम ने लिखा, “हमारे वीर पुरखे हमें स्वाभिमान और न्याय के लिए लड़ना सिखाते हैं। अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू अमर रहें, जय झारखंड, हूल जोहार!”
हूल की हुंकार से लेकर गौरवशाली भारत तक – आदिवासी स्वाभिमान को मोदी सरकार का सम्मान!#HulDiwas@BJP4India @narendramodi @JPNadda @AmitShah @blsanthosh @BJP4Jharkhand pic.twitter.com/5d7NsnxPfT
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 30, 2025
वहीं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि 1855 में संथाल परगना की पुण्यभूमि से अंग्रेजी शासन के शोषण के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि सिद्धो-कान्हू और अन्य वीरों के नेतृत्व में संथाल समाज ने ऐतिहासिक चेतना का परिचय दिया।
मरांडी ने लिखा कि इन सेनानियों का साहस और बलिदान हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने सभी शहीदों को हूल दिवस पर श्रद्धांजलि दी।
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