Ranchi News: झारखंड सरकार की महिला सशक्तिकरण को समर्पित मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के अंतर्गत रांची जिले में अप्रैल महीने की सम्मान राशि का वितरण सफलतापूर्वक कर दिया गया है। इस योजना के तहत प्रथम चरण में 3 लाख 40 हजार 63 लाभुक महिलाओं के बैंक खातों में सीधे ₹2500 प्रति लाभुक की दर से ₹85 करोड़ 01 लाख 57 हजार 500 रुपए ट्रांसफर किए गए हैं।
यह योजना राज्य सरकार की एक बड़ी पहल है, जिसका उद्देश्य झारखंड की महिलाओं को सम्मान और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। इसका लाभ समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को मिल रहा है, जिससे उन्हें दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति में मदद मिल रही है।
जिले के सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में लाभुकों को चिह्नित किया गया है। इनमें सबसे अधिक लाभुक कांके प्रखंड (28,432) से हैं, जबकि सदर नगर निगम क्षेत्र (25,634), मांडर (19,941), सिल्ली (17,745), बेड़ो (16,874), ओरमांझी (16,560), हेहल शहरी क्षेत्र (16,376) और चान्हो (16,525) में भी बड़ी संख्या में लाभुकों को सम्मान राशि प्राप्त हुई है।
योजना के तहत लाभ पाने के लिए आधार सीडिंग अनिवार्य है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि केवल उन्हीं लाभुकों के खातों में पैसा भेजा गया है जिनका आवेदन स्वीकृत था और जिनके बैंक खाते आधार से लिंक थे। उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी शेष लाभुकों से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते से जल्द से जल्द आधार सीडिंग करवा लें, जिससे उन्हें भी योजना का लाभ मिल सके।
भौतिक सत्यापन का कार्य भी पूरे जिले में प्रगति पर है। जिन लाभुकों का सत्यापन अभी तक नहीं हो पाया है, वे अपनी नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या सेविका से संपर्क कर सत्यापन प्रपत्र प्राप्त करें और प्रक्रिया पूरी करें। सत्यापन पूर्ण होते ही योग्य लाभुकों को भी ₹2500 की सम्मान राशि दी जाएगी।
इस योजना को पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता के साथ लागू किया जा रहा है। आधार आधारित भुगतान प्रणाली ने भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े की संभावना को लगभग खत्म कर दिया है। लाभ सीधे लाभुक के बैंक खाते में पहुंच रहा है जिससे बीच की कोई कड़ी नहीं रह गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार ने मंईयां योजना को न केवल ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचाने का काम किया है, बल्कि शहरी गरीब महिलाओं को भी इसका समान लाभ दिया है। योजना का विस्तार नगर निगम क्षेत्रों और नगर पंचायतों तक किया गया है — जैसे अरगोड़ा (13,575 लाभुक), बड़गाईं (10,030), हेहल (16,376), नामकुम (7,086) और बुण्डू नगर पंचायत (3,070) आदि।

