Ranchi : पिठोरिया थाना क्षेत्र में 21 और 22 सितंबर की रात्रि को पुलिस ने गोवंशीय पशु तस्करी के दो मामले में दो कंटेनर वाहन जप्त किए। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चन्दवे-ओरमांझी मुख्य मार्ग पर एक कंटेनर में गोवंशीय पशु लाद कर अवैध परिवहन किया जा रहा है। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक रांची के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं वरीय पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-प्रथम के नेतृत्व में विशेष छापामारी दल का गठन किया गया।
पहले मामले में, पिठोरिया थाना क्षेत्र में छापामारी के दौरान वाहन चालक अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गया। वाहन संख्या-UP21BN 2353 के भौतिक निरीक्षण में पाया गया कि इसमें कुल 29 भैंसें लादकर उनके प्राकृतिक परिवहन की क्षमता से अधिक और क्रूरता पूर्वक रखा गया था। वाहन में पशुओं के लिए पानी और चारा की कोई व्यवस्था नहीं थी। पुलिस ने वाहन को विधिवत जप्त कर लिया और आवश्यक कार्रवाई की।
इसके अगले दिन 22 सितंबर को गुप्त सूचना मिली कि चतुर मोड़ से चन्दवे चैक की ओर एक अन्य कंटेनर वाहन संख्या-UP21CT 6745 आ रहा है, जिसमें गोवंशीय पशु लादे होने की आशंका थी। पुलिस ने वाहन को खैरटोला चन्दवे के पास रोकने का प्रयास किया, लेकिन वहां पहुंचने पर ज्ञात हुआ कि वाहन पहले से ही वहां लावारिश एवं क्षतिग्रस्त अवस्था में खड़ा है और चालक गायब है। वाहन में कुल 31 गोवंशीय पशु (बैल) पाए गए, जिन्हें भी क्रूरता पूर्वक वाहन की क्षमता से अधिक लादकर ले जाया जा रहा था। इस वाहन को भी जप्त कर लिया गया।
पुलिस ने पिठोरिया थाना में BNS एवं पशु क्रुरता अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। इस मामले में तस्करी के स्रोत और गंतव्य स्थल से संबंधित जानकारी एकत्रित की जा रही है और शामिल गिरोह की पहचान कर विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।
छापामारी दल में अमर कुमार पाण्डेय (वरीय पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-1), प्रकाश रजक (थाना प्रभारी कांके), अनिल कुमार तिवारी (थाना प्रभारी ओरमांझी), अभय कुमार (थाना प्रभारी पिठोरिया), संजय कुमार, संतोष यादव, सुनील कुमार दास और संतोष महतो प्रमुख रूप से शामिल थे।

