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India News: महाराष्ट्र के वाशिम नगर परिषद चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संगठनात्मक अनुशासन को लेकर एक ऐतिहासिक और सख्त कदम उठाया है। पार्टी नेतृत्व के निर्देशों की अनदेखी करते हुए अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले 16 बागी नेताओं और पदाधिकारियों को भाजपा ने छह वर्षों के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वाशिम नगर परिषद के लिए चुनाव 20 दिसंबर को होने जा रहे हैं।
यह बड़ी कार्रवाई भाजपा के जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम चितलांगे ने की है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ना अनुशासनहीनता है और पार्टी विरोधी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चितलांगे ने जोर देकर कहा कि संगठन की मजबूती और पार्टी की एकजुटता बनाए रखने के लिए यह कड़ा निर्णय लेना अनिवार्य हो गया था।
निलंबित होने वालों में कौन-कौन? पार्टी ने दी कड़ी चेतावनी
निलंबन की इस कार्रवाई की गाज जिला स्तर से लेकर शहर स्तर तक के कई महत्वपूर्ण पदाधिकारियों पर गिरी है। निलंबित होने वालों की सूची में महिला मोर्चा, युवा मोर्चा और विभिन्न प्रकोष्ठों से जुड़े नेता शामिल हैं, जिनमें जिला सचिव करुणा कल्ले, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री छाया पवार, पूर्व नगरसेवक प्रभाकर काले और पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष वैभव उलेमाले जैसे बड़े नाम हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इन नेताओं को पहले अनुशासन में रहने की हिदायत दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने विद्रोह जारी रखा।
भाजपा नेतृत्व ने यह भी साफ कर दिया है कि यह कार्रवाई अंतिम नहीं है। यदि भविष्य में कोई भी नेता या कार्यकर्ता पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ इससे भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, यह कार्रवाई न केवल संगठन को मजबूत करेगी, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं में अनुशासन बनाए रखने के लिए एक अहम संदेश भी देगी।

