Social News: एक महिला ने कभी मजबूरी में अपने बेटे को जन्म के तुरंत बाद गोद दे दिया था, और दशकों बाद अनजाने में उसी बेटे से शादी कर ली। यह घटना न केवल प्यार और अज्ञानता की त्रासदी को सामने लाती है बल्कि रिश्तों की गहरी उलझन और विडंबना को भी उजागर करती है। महिला का जीवन संघर्षों से भरा रहा। आर्थिक तंगी ने उसे मजबूर किया कि वह अपने नवजात बेटे को गोद दे, ताकि उसे बेहतर भविष्य मिल सके। लेकिन इस फैसले के साथ उसने अपने दिल का एक हिस्सा भी खो दिया। उस वक्त शायद उसे यह अंदाजा भी नहीं था कि यही कदम उसकी आने वाली जिंदगी में इतनी बड़ी त्रासदी का कारण बनेगा। बच्चे को गोद देने के बाद उनका कोई संपर्क नहीं रहा और दोनों अपनी-अपनी राह पर आगे बढ़ गए। कई सालों बाद किस्मत ने उन्हें फिर मिलाया।
महिला और उसका बेटा, बिना एक-दूसरे की पहचान जाने, करीब आए और प्यार में पड़ गए। धीरे-धीरे रिश्ता इतना गहरा हो गया कि दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद उनके दो बच्चे भी हुए और उन्हें लगा कि उनकी जिंदगी खुशियों की नई शुरुआत कर रही है। लेकिन इस सुखद दिखने वाले जीवन के पीछे एक खतरनाक सच्चाई छुपी थी। सच्चाई तब सामने आई जब बच्चों के भविष्य को लेकर कानूनी सलाह लेने के दौरान डीएनए टेस्ट करवाया गया। रिपोर्ट देखकर दोनों की जिंदगी एक पल में बिखर गई। नतीजों में साफ हो गया कि महिला का पति दरअसल उसका ही जैविक बेटा है, जिसे उसने 36 साल पहले जन्म दिया था।
यह खुलासा उनके लिए किसी तूफान से कम नहीं था। महिला ने बताया कि वह 2015 में अपने पति से मिली थी, जब वह 21 साल का था। 2016 और 2017 में उनके दो बच्चे भी हुए। उसने कहा कि जब उसने बेटे को जन्म दिया था, तब वह बहुत कम उम्र की थी और हालात इतने खराब थे कि उसने उसके चेहरे तक ठीक से नहीं देखे थे। इसीलिए उसे पहचान पाना असंभव था। महिला ने दर्दभरे शब्दों में कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा दिन आएगा जब मुझे अपने बेटे को पति के रूप में देखना पड़ेगा।” इस खुलासे ने दोनों के जीवन को पूरी तरह हिला दिया। अब वे अलग हो चुके हैं और इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं।

