Jharkhand News: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने संविधान की प्रस्तावना से ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्दों को हटाने की मांग पर सख्त आपत्ति जताई है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने शुक्रवार को साकची स्थित झामुमो कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर सीधा हमला बोला।
कुणाल षाड़ंगी ने कहा, “संविधान की प्रस्तावना में जो शब्द ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ के रूप में शामिल किए गए हैं, वे भारतीय लोकतंत्र की आत्मा हैं। इन्हें हटाने की बात संविधान की मूल भावना का अपमान है।” उन्होंने आगे कहा कि झामुमो इस तरह की मांगों का कड़ा विरोध करता है और देश की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए हमेशा खड़ा रहेगा।
बता दें कि गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने यह बयान दिया था कि संविधान की प्रस्तावना में इन शब्दों को बाद में जोड़ा गया और इन्हें हटाने की जरूरत है। झामुमो ने साफ कर दिया है कि संविधान से छेड़छाड़ या मूल अवधारणाओं को कमजोर करने की कोई भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।