Social News: प्राइवेट जेट्स पर काम करने वाली एयरहोस्टेस ने हाल ही में अपने अनुभव साझा किए, जिन्होंने इस नौकरी के ग्लैमर के साथ-साथ उसके खतरनाक पहलुओं को भी उजागर किया। एक एयरहोस्टेस ने बताया कि उन्हें ऐसी उड़ान भी देखनी पड़ी, जिसमें बीच की सीटों के स्थान पर एक सोने और कीमती लकड़ी का ताबूत रखा गया था। यह किसी अमीर यात्री के अंतिम यात्रा के लिए विशेष व्यवस्था थी।
वहीं, कई यात्रियों ने उड़ान से पहले ही कड़े निर्देश दे दिए। एयरहोस्टेस को केवल गर्दन झुकाकर बात करनी थी, आंखों में आंख डालना या हाथ मिलाना मना था। कुछ यात्रियों के साथ बॉडीगार्ड्स भी उड़ान भरते हैं, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो जाती है। एयरक्रू को अपनी सुरक्षा पर हमेशा अलर्ट रहना पड़ता है।
इसके अलावा, यात्रियों की निजी और अजीबोगरीब मांगें एयरहोस्टेस के लिए चुनौती बन जाती हैं। कुछ यात्रियों को विशेष पालतू भोजन, विशेष तकिया, या केबिन का तापमान केवल 22.5 डिग्री पर ही चाहिए होता है। कुछ जेट्स यात्रियों की पार्टियों का भी हिस्सा बन जाते हैं, जिसमें शराब, संगीत और आफ्टर पार्टी का आयोजन एयरक्रू की जिम्मेदारी होती है।
एयरहोस्टेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हर छोटी-बड़ी जरूरत को बिना कहे समझकर पूरा किया जाए। इस पेशे में काम करने के लिए कमर्शियल एयरलाइंस में कम से कम तीन साल का अनुभव जरूरी है। इसके साथ ही FAA या DGCA से अप्रूव्ड ट्रेनिंग, वीआईपी केबिन सर्विस और लक्जरी हॉस्पिटैलिटी के विशेष कोर्स प्रोफाइल को मजबूत बनाते हैं। हॉस्पिटैलिटी बैकग्राउंड वाले लोग इस क्षेत्र में जल्दी आगे बढ़ते हैं।
हालांकि ग्लैमर और आकर्षक वेतन के बावजूद, लगातार यात्रा, 24 घंटे ऑन-ड्यूटी रहना और यात्रियों की अनगिनत डिमांड्स मानसिक थकान बढ़ा देते हैं। कई एयरहोस्टेस कुछ सालों के बाद इस नौकरी को छोड़कर ग्राउंड जॉब्स या हॉस्पिटैलिटी के अन्य क्षेत्रों में करियर बनाना पसंद करती हैं।
प्राइवेट जेट्स की दुनिया भले ही चमकदार और आकर्षक लगे, लेकिन एयरक्रू के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण और कभी-कभी खतरनाक पेशा भी साबित हो सकता है। इस पेशे में सफल होना केवल ग्लैमर और पैसा कमाने का माध्यम नहीं, बल्कि लगातार सतर्क रहने और यात्रियों की हर मांग को समझने की कला है।

