Jharkhand News: केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड सुपर मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के नए प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोल्हान में मेडिकल शिक्षा और तसर उद्योग राज्य के विकास की रीढ़ साबित होंगे।
कार्यक्रम में संस्थान के चेयरमैन मदन मोहन सिंह, बिहटा अस्पताल के निदेशक डॉ. कृष्ण मुरारी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि आज मेडिकल सीटों की संख्या यूपीए सरकार के समय से दोगुनी हो चुकी है।
गिरिराज सिंह ने नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज को कोल्हान के छात्रों के लिए एक “नई क्रांति का केंद्र” बताया। उन्होंने कहा, “यह संस्थान न केवल कोल्हान क्षेत्र बल्कि झारखंड के अन्य हिस्सों के विद्यार्थियों को भी गुणवत्तापूर्ण मेडिकल शिक्षा उपलब्ध कराएगा।”
उन्होंने झारखंड में तसर उद्योग की संभावना पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि कपड़ा मंत्रालय तसर के व्यापक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। रांची के नगड़ी क्षेत्र में इंडोर तसर उत्पादन की शुरुआत हो चुकी है और इसे पूरे राज्य में फैलाया जाएगा। गिरिराज सिंह ने कहा, “तसर किसान अब आधुनिक संसाधनों से जुड़ रहे हैं। इससे न केवल तसर उद्योग का विकास होगा बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी।”
मीडिया से बातचीत के दौरान गिरिराज सिंह ने बिहार की राजनीति पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जनता अब भ्रष्टाचार और अराजकता के दौर से उब चुकी है, और बिहार में एनडीए की पूर्ण बहुमत वाली सरकार फिर से सत्ता में आएगी। उन्होंने लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, “बिहार की जनता अब दोबारा गलती नहीं करेगी।”
झारखंड में भाजपा की स्थिति पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, जहां व्यक्ति नहीं बल्कि संगठन सर्वोपरि होता है। उन्होंने भरोसा जताया कि भाजपा झारखंड में फिर से मजबूती से वापसी करेगी। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा घुसपैठ पर दिए गए बयान की सराहना की और कहा कि यह भाजपा के पुराने एजेंडे का हिस्सा रहा है।
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वर्ष 2047 तक विश्वगुरु बनेगा और सबसे विकसित राष्ट्रों में शामिल होगा। कार्यक्रम में शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने नेताजी सुभाष संस्थान को भविष्य में एक आदर्श मेडिकल हब के रूप में विकसित होते देखने की उम्मीद जताई।