– समाजसेवी और भाजपा नेता अंकित आनंद ने जिला के उपायुक्त और पुलिस को सोशल मीडिया एक्स (X) के माध्यम से शिकायत की है
– जमशेदपुर पुलिस द्वारा कार्रवाई करने की प्रतिक्रिया भी दी गई
Jamshedpur.
शहर के खड़ंगाझार वन उद्यान इन दिनों नशेड़ियों का पनाहगाह बन गया है. टेल्को कॉलोनी से से सटे पॉश क्षेत्र में बने इस पार्क की खूबसूरती और हरियाली एक अलग ही पहचान रखती है. लेकिन वर्तमान में यहां आम लोग खासकर महिलाएं जाने से डर रही है. कारण है यह पार्क नशेड़ियों का पनाहगाह बन गया है. पार्क में जगह जगह शराब की पड़ी बोतले इसकी गवाही दे रही है. सैकड़ों शराब की खली बोतल जहां तहां बिखरी पड़ी अवस्था में है. इस मामले में समाजसेवी और भाजपा नेता अंकित आनंद ने जिला के उपायुक्त और पुलिस को सोशल मीडिया एक्स (X) के माध्यम से शिकायत की है. शिकायत पर जमशेदपुर पुलिस द्वारा कार्रवाई करने की प्रतिक्रिया भी दी गई है.
शाम होते ही लग जाता है जमावड़ा
स्थानीय लोगों की माने तो पार्क शाम 7 बजे के बाद बंद हो जाता है. उसके बाद वहां शहर के विभिन्न क्षेत्रों से नशा करने वालों का आना शुरू हो जाता है. शराब ही नहीं, अन्य तरह के नशा करने वाले पहुंचते हैं. शराब की बोतले दिख जाती है और गांजा की महक से पता तो चलता है, लेकिन इसके अलावा भी अन्य तरह के नशे के सेवन का खेल यहां चल रहा है.
पार्क के अंदर मंदिर, नहीं है लाइट की व्यवस्था
वन विभाग द्वारा निर्मित इस पार्क के अंदर एक मंदिर भी है. जहां लोग खासकर महिलाये पूजा के लिए जाती हैं. इस तरह के दृश्य देख वे न असहज महसूस करती है, बल्कि डरी हुई भी रहती हैं. पार्क में अब तक बिजली की व्यवस्था नहीं की गई है. जिससे शाम होते ही पार्क में घनघोर अंधेरा छा जाता है जिसका फ़ायदा असामाजिक तत्व उठा रहे हैं.
गोविंदपुर थाना क्षेत्र में पार्क, टेल्को में मेन गेट
खड़ंगाझार वन उद्यान गोविंदपुर थाना क्षेत्र में पड़ता है, जबकि इसका मुख्य गेट टेल्को थाना क्षेत्र (प्लाजा मोड़ साइड) से है. शाम को गेट बंद होने के बाद नशेड़ी दीवार फांद कर अंदर जाते हैं. इसके लिए उन्होंने अपना एक राश्ता भी बना लिया है. वकायदा राश्ते में ईंट बिछाई गई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां स्थानीय कुछ नशेड़ी या असामाजिक लोगो कि मिलीभगत है.
अनहोनी की आशंका
इस मामले के शिकायतकर्ता अंकित आनंद ने यह आशंका जताई है कि क्षेत्र में कभी भी कोई अनहोनी घटना हो सकती है. अगर ऐसे मामले पर कार्रवाई और रोक नहीं लगती है तो ऐसे तत्व कब कैसी घटना को अंजाम देंगे, यह कोई नहीं जानता है. उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस के साथ वन विभाग से भी इस संबंध में उचित पहल करने की बात कही है.