Ranchi : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ (रांची इकाई) के बैनर तले शिक्षकों का आंदोलन अब तीसरे चरण में पहुंच गया है। संगठन ने घोषणा की है कि 20 सितंबर 2025 को जिला शिक्षा अधीक्षक (DSE) बादल राज की कार्यशैली, मानसिक प्रताड़ना और शोषण के खिलाफ एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
शिक्षकों का आरोप है कि बादल राज द्वारा हिंदी टिप्पण पास न करने को आधार बनाकर जिले के लगभग 3,000 शिक्षकों की वार्षिक वेतनवृद्धि जुलाई माह से रोक दी गई है। साथ ही, शिक्षकों से प्रथम श्रेणी दंडाधिकारी द्वारा सत्यापित शपथ पत्र की मांग की गई, जिसे शिक्षकों ने अव्यवहारिक और अपमानजनक बताया।
इस निर्णय के विरोध में शिक्षकों ने पहले चरण में आदेश की प्रति जलाकर, फिर काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया था। अब तीसरे चरण में व्यापक स्तर पर जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक शिक्षक धरने में शामिल हो सकें।
संघ के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि अन्य 23 जिलों में वेतन वृद्धि समय पर दी गई, लेकिन रांची में शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिला। यह स्थिति DSE की तानाशाही कार्यशैली को दर्शाती है।
धरना को सफल बनाने में बिजेंद्र चौबे, राकेश कुमार, सलीम सहाय, अजय ज्ञानी, संतोष कुमार, मोमिता, आभा कुमार, सहित 50 से अधिक शिक्षक नेता सक्रिय रूप से शामिल हैं।

