रांची। राज्य सरकार की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना अंतर्गत लाभुकों को मिलनेवाली सम्मान राशि के सदुपयोग से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सार्थक पहल शुरू कर दिया गया है। सम्मान राशि को कई गुना कर आर्थिक रुप से और मजबूती के लिए मंईयां सम्मान से मंईयां स्वावलंबन के तहत 30 मार्च 2025 (रविवार) को जिला के सभी गांवों में अपराह्न 1 बजे से बैठक आहुत की गयी है। इसमें सखी मंडल समूह, सीएलएफ, ग्राम संगठन इस दिशा में आगे बढ़ने हेतु ठोस कार्यप्रणाली तैयार करेंगे। इस बाबत उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने डीपीएम जेएसएलपीएस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
कार्य योजना बनाने के लिए पदाधिकारियों को निर्देश
योजना की सम्मान राशि से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उपायुक्त ने पदाधिकारियों को कई निर्देश दिया है। जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं जिला गव्य विकास पदाधिकारी को मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के लिए मुर्गी पालन, अण्डा एवं डेयरी उत्पादन कैसे लाभकारी हो सकते हैं इसके लिए कार्य योजना बनाने को निर्देश दिया गया है। इस कार्य में जिला प्रशासन द्वारा किस प्रकार से सहयोग दिया जा सकता है इसकी विवेचना का निर्देश उपायुक्त ने दिया है। पोल्ट्री फार्मिंग से महिला स्वावलंबन की दिशा में बहुआयामी लाभ प्रत्येक परिवार को प्राप्त होंगे। इससे किशोरियों के पोषण, महिलाओं के स्वावलंबन एवं अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
साइबर अपराधियों के चंगुल में नहीं आयें लाभुक
उपायुक्त ने योजना अंतर्गत लाभुकों के सत्यापन पर फोकस करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाडी सेविका अपने क्षेत्र में लाभुकों के सत्यापन का कार्य ध्यानपूर्वक करें। कोई भी योग्य लाभुक का सत्यापन नहीं छूटे। उन्होंने सभी लाभुकों को साइबर अपराधियों से सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि अपने बैंक डिटेल एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज साझा करने के दौरान पूरी सावधानी बरतें, साइबर अपराधियों के चंगुल में नहीं आयें।