Ranchi : झारखंड की राजधानी रांची एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन का केंद्र बनने जा रही है। 4th SAAF Senior Athletics Championships, 2025 का आयोजन आगामी 24 से 26 अक्टूबर तक बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, मोरहाबादी में होने जा रहा है। इस प्रतियोगिता में दक्षिण एशियाई देशों भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, भूटान और अफगानिस्तान के शीर्ष एथलीट भाग लेंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और खेल विभाग की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं। मंगलवार को उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने स्टेडियम परिसर का दौरा कर तैयारियों का विस्तृत निरीक्षण किया। इस अवसर पर खेलकूद एवं युवा कार्य निदेशक शेखर जमुआर, वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) राजेश्वर नाथ आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी सदर उत्कर्ष कुमार सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने आयोजन से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण, पार्किंग, खिलाड़ियों के आवास और परिवहन, चिकित्सा सुविधा, दर्शक प्रबंधन, सफाई, जल एवं बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी तैयारियाँ निर्धारित समयसीमा में पूरी कर ली जाएँ ताकि आयोजन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
खिलाड़ियों की सुविधा पर विशेष ध्यान
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और आरामदायक आवास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिला परिवहन पदाधिकारी को एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और होटल से स्टेडियम तक विशेष वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवा व्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग ने स्टेडियम परिसर में 24×7 मेडिकल यूनिट, एम्बुलेंस और फर्स्ट एड सेंटर की व्यवस्था की है। रिम्स और सदर अस्पताल में आपातकालीन बेड आरक्षित रखे गए हैं ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके।
सुविधा और प्रबंधन पर जोर
नगर निगम को सफाई, पेयजल और शौचालय व्यवस्था पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। विद्युत विभाग को बैकअप जनरेटर, हाई-मास्ट लाइटिंग और निरंतर पावर सप्लाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
निरीक्षण के अंत में उपायुक्त श्री भजंत्री ने कहा, “रांची के लिए यह गर्व की बात है कि हमें 4th SAAF Senior Athletics Championships जैसे प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी का अवसर मिला है। यह न केवल झारखंड बल्कि पूरे भारत के लिए सम्मान की बात है। हमारा लक्ष्य है कि हर खिलाड़ी और अतिथि रांची की ‘अतिथि देवो भवः’ की भावना को महसूस करे और आयोजन अनुशासन व उत्कृष्टता का उदाहरण बने।”

