रांची। उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर 24 मार्च 2025 को रांची जिले के निर्धारित सभी सरकारी विद्यालयों सह चेतना केंद्रों पर बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक आकलन परीक्षा (FLNAT) ली गई। उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाली इस परीक्षा में नवसाक्षरों की वर्ष में दो बार क्रमशः मार्च एवं सितंबर में यह परीक्षा ली जाती है। गौरतलब हो कि यह परीक्षा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षण संस्थान (NIOS) द्वारा ली जाती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी निरक्षरों को साक्षर बनाया जाता है। ये ऐसे बच्चे होते हैं जो कभी औपचारिक स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं किए होते हैं, जिनके पास प्राप्त शिक्षा का कोई प्रमाण पत्र भी नहीं होता। इस आकलन परीक्षा के अंतर्गत तीन खण्डो – पढ़ना, लिखना एवं संख्यात्मकता में 33% उत्तीर्णानांक प्राप्त करने वालों को NIOS के द्वारा साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया जायेगा। इस प्रमाण पत्र का उपयोग करके वह सतत शिक्षा का अंग बन सकते हैं।
दो हजार से अधिक परीक्षा केंद्र, 20 हजार परीक्षार्थी शामिल
पूरे रांची जिले में इस परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर 2000 से अधिक परीक्षा केंद्रों बनाए गए जबकि परीक्षा में लगभग 20,000 परीक्षार्थी शामिल हुए। बताते चलें कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में जन-जन साक्षर का नारा दिया गया है। इसे राष्ट्रीय आंदोलन का रूप देने के लिए अनेक स्तर पर सफल क्रियान्वयन एवं प्रशासनिक नियंत्रण की व्यवस्था की गई है। इस आलोक में राज्य, जिला, प्रखंड, संकुल एवं विद्यालय स्तर की समितियां सक्रिय रही। उपायुक्त के निर्देशानुसार इस आकलन परीक्षा में जिला शिक्षा अधीक्षक सह सदस्य सचिव जिला नवभारत साक्षरता समिति बादल राज एवं विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, बीआरपी, सीआरपी एवं शिक्षकों द्वारा विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर जाकर परीक्षा का अनुश्रवण एवं समर्थन किया गया। नीलम आयलिन टोप्पो, क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची के द्वारा भी जिले के कई परीक्षा केंद्रों में जाकर परीक्षा का अनुश्रवण किया गया।