World News: बुल्गारिया की जानी-मानी भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की एक और भविष्यवाणी आज के समय में सटीक साबित हो रही है। उन्होंने दशकों पहले चेतावनी दी थी कि भविष्य में एक छोटा उपकरण इंसान की जिंदगी में इस कदर घुस जाएगा कि वही उपकरण बाद में उसके लिए खतरा बन जाएगा। आज जब स्मार्टफोन हर हाथ में है और जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, तो बाबा वेंगा की भविष्यवाणी चौंकाने वाली सटीकता के साथ सच होती नजर आ रही है।
बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी कि यह उपकरण शुरू में इंसान की मदद करेगा लेकिन धीरे-धीरे वही इंसान का दुश्मन बन जाएगा। यह बच्चों के लिए हानिकारक होगा और समाज के नैतिक ढांचे को कमजोर करेगा। आज स्मार्टफोन केवल एक संचार का साधन नहीं रहा, बल्कि यह हमारे मानसिक, शारीरिक और सामाजिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से बच्चों और किशोरों में स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया है, जिससे एकाग्रता में कमी, नींद की दिक्कत, आंखों की रोशनी कमजोर होना और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। सोशल मीडिया, मोबाइल गेम्स और आभासी दुनिया की लत ने युवाओं को वास्तविकता से दूर कर दिया है।
परिवारों में भी इसका असर साफ देखा जा सकता है। बातचीत कम हो रही है, भावनात्मक जुड़ाव घट रहा है और रिश्तों में दूरी बढ़ रही है।
सबसे गंभीर पहलू यह है कि स्मार्टफोन निजता (Privacy) के लिए भी एक बड़ा खतरा बन गया है। यह हमारी लोकेशन, आदतें, पसंद-नापसंद, और बातचीत को ट्रैक करता है। हर सर्च, हर क्लिक रिकॉर्ड होता है और कई बार यह जानकारी हमारे खिलाफ भी इस्तेमाल की जा सकती है।
बाबा वेंगा ने यह भी कहा था कि एक समय ऐसा आएगा जब इंसान तकनीक पर इतना निर्भर हो जाएगा कि अपनी सोचने-समझने की क्षमता भी खो देगा। यह बात आज के समय में बेहद प्रासंगिक लगती है, जब लोग हर जानकारी के लिए मोबाइल पर निर्भर हो गए हैं और व्यक्तिगत विवेकशक्ति कमजोर पड़ती जा रही है।

