Ranchi News : राजधानी रांची में सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन अब पूरी तरह सख्त हो गया है। उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री ने ड्रंक एंड ड्राइव के मामलों पर “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाने का निर्देश दिया है। समाहरणालय के सभागार में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में उन्होंने पुलिस और परिवहन विभाग को ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी सदर उत्कर्ष कुमार, ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक कैलाश करमाली, जिला परिवहन पदाधिकारी अखिलेश कुमार समेत समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।
नशे में वाहन चलाने वालों पर विशेष अभियान
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाए और किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने खासकर युवाओं को यह संदेश दिया कि किसी भी आयोजन या पार्टी से लौटते समय कैब या ड्राइवर की व्यवस्था करें, ताकि हादसों से बचा जा सके।
नंबर प्लेट से छेड़छाड़ पर भी कार्रवाई
बैठक में यह भी बताया गया कि कई वाहन मालिक नंबर प्लेट पर टेप चिपकाकर पहचान छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उपायुक्त ने इस पर नाराजगी जताते हुए ऐसे वाहन मालिकों पर वाहन जब्ती, जुर्माना और मोटर वाहन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए।
सड़क हादसों के आंकड़े चिंताजनक
जिला परिवहन पदाधिकारी ने बैठक में PPT के माध्यम से बताया कि जनवरी से मार्च 2025 तक जिले में 226 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 164 लोगों की जान चली गई। इसके अलावा 11 लोग गंभीर रूप से घायल हुए और 108 को हल्की चोटें आईं। उपायुक्त ने इन दुर्घटनाओं के कारणों की गहराई से जांच कर ओवरस्पीडिंग और यातायात नियमों के उल्लंघन पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा।
स्कूल वाहनों की जांच और अवैध पार्किंग पर कार्रवाई
बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल बसों, वैन और ऑटो की वाहन स्थिति, ओवरलोडिंग, दस्तावेज और ड्राइवर लाइसेंस की नियमित जांच के निर्देश दिए गए। साथ ही रांची के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर अवैध पार्किंग के मामलों पर त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया। इतना ही नहीं उपायुक्त ने ब्लैक स्पॉट चिन्हांकन, स्पीड ब्रेकर, साइनबोर्ड, हिट एंड रन मुआवजा और अतिक्रमण हटाने पर भी संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

