Jharkhand News. हेमंत सोरेन सरकार की “मंईयां सम्मान योजना” के तहत महिलाओं को मिलने वाली 7500 रुपये की राशि में देरी के कारण बड़ी संख्या में महिलाएं जामताड़ा प्रखंड और अंचल कार्यालय पहुंची। इन महिलाओं का आरोप है कि राशि को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से उनके बैंक खातों में भेजा गया था, लेकिन अब भी कई महिलाएं इसका लाभ नहीं ले पाईं हैं।
लाभार्थियों का कहना है कि उन्हें पहले सूचित किया गया था कि उनकी राशि उनके खातों में आ चुकी है। लेकिन जब वे बैंक शाखा में पहुंची, तो पता चला कि उनके खातों में कोई राशि जमा नहीं की गई है। इस समस्या से परेशान होकर महिलाएं बैंक और प्रखंड कार्यालय के बीच चक्कर काटने को मजबूर हो गईं।
जामताड़ा प्रखंड कार्यालय में महिलाओं ने अधिकारियों से जवाब मांगा, लेकिन वहां भी उन्हें कोई ठोस समाधान नहीं मिला। प्रशासन का कहना है कि जिन महिलाओं के बैंक खाते डीबीटी से लिंक नहीं हैं, उनके खातों में योजना की राशि ट्रांसफर नहीं हो पाई है। ऐसे लाभार्थियों को प्रशासन ने अपने बैंक में जाकर डीबीटी लिंक करने की सलाह दी है, ताकि वे योजना का लाभ जल्द से जल्द प्राप्त कर सकें।
यह समस्या कई महिलाओं के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है, क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है और अब इस देरी के कारण उन्हें और भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन से उम्मीद है कि इस मामले का जल्द समाधान किया जाएगा ताकि महिलाएं योजना का पूरा लाभ उठा सकें।