India News: देश को जल्द ही नया उपराष्ट्रपति मिलने वाला है और इसके लिए सियासी हलचल तेज हो गई है। एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही अपने-अपने उम्मीदवार के नाम को अंतिम रूप दे रहे हैं। आयोग ने चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी है और राज्यसभा के महासचिव को रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किया है।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी दावेदारों में, चुनाव आयोग ने शुरु की प्रक्रिया
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अपने संगठन से जुड़े किसी अनुभवी और वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध चेहरे को उम्मीदवार बना सकती है। इसके लिए साथी दलों की सहमति भी ली जाएगी। ओबीसी समुदाय से आने वाले किसी नेता का नाम चर्चा में है, तो वहीं जेडीयू से राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी दावेदार माने जाते हैं। उनके सरकार से अच्छे संबंध हैं। बीजेपी ने हमेशा इन पदों के लिए चौंकाने वाले नाम दिए हैं।
बता दें लोकसभा में एनडीए के पास 293 सांसदों का समर्थन है, जबकि इंडिया ब्लॉक के पास 234 सदस्य हैं। राज्यसभा में एनडीए के पास 130 के करीब सांसद हैं, वहीं इंडिया ब्लॉक के 79 सांसद हैं। दोनों सदनों में कुल सदस्य संख्या 782 है। उपराष्ट्रपति पद के लिए कम से कम 392 वोटों की जरूरत होगी और एनडीए के पास 423 सांसदों का समर्थन माना जा रहा है। ऐसे में एनडीए के उम्मीदवार का उपराष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है।
एनडीए के पास साफ बहुमत है, लेकिन विपक्षी इंडिया गठबंधन ने साफ कर दिया है कि वे इस चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार उतारेंगे, ताकि राजनीतिक संदेश दिया जा सके। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पिछले दिनों कहा था कि इंडिया ब्लॉक की बैठक जल्द होगी और सामूहिक रूप से निर्णय लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक विपक्ष का मानना है कि संख्या पूरी तरह उनके खिलाफ नहीं है और उन्हें मुकाबले से पीछे नहीं हटना चाहिए।
बता दें पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखकर कहा कि वे स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और डॉक्टरों की सलाह मानने के लिए इस्तीफा दे रहे हैं। उपराष्ट्रपति होने के नाते धनखड़ राज्यसभा के सभापति भी थे, इसलिए इस पद की खाली जगह को भरना संसदीय कार्यप्रणाली के लिहाज से बेहद जरुरी है।

