World News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी चार्ली किर्क की हत्या ने पूरे देश को हिला दिया है। इस हाई-प्रोफाइल केस में आरोपी 22 वर्षीय टायलर रॉबिन्सन को आखिरकार हिरासत में ले लिया गया। दिलचस्प बात यह रही कि उसे गिरफ्तार करने से पहले उसके अपने पिता और एक चर्च पादरी ने समझाकर आत्मसमर्पण के लिए तैयार किया। इसके बाद अमेरिकी मार्शल्स ने उसे कस्टडी में लिया।
पुलिस और एफबीआई की शुरुआती जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 11 सितंबर की शाम टायलर ने अपने पिता के सामने इशारों में हत्या की बात कबूल की। पिता ने तुरंत एक फैमिली फ्रेंड और चर्च के पादरी से संपर्क किया। पादरी ने अमेरिकी मार्शल्स को सूचना दी, जिसके बाद पूरी प्लानिंग के साथ टायलर को पकड़ लिया गया।
जांच में खुलासा हुआ है कि टायलर को हथियार किसी “ड्रॉप प्वॉइंट” से मिला था। उसके रूममेट ने जांच एजेंसियों को डिस्कॉर्ड मैसेज दिखाए, जिनमें वह राइफल, स्कोप और गोलियों पर खुद से लिखी गई इन्सक्रिप्शन के बारे में बात कर रहा था। इससे यह साफ होता है कि वह लंबे समय से किसी बड़ी घटना की तैयारी कर रहा था।
एफबीआई ने बताया कि टायलर रॉबिन्सन यूटा का रहने वाला है। उसने शुरुआती पढ़ाई पाइन व्यू मिडिल स्कूल से की और 2022 में लोगन शहर जाकर यूटा स्टेट यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। यही वजह थी कि शुरुआती जांच में पुलिस ने संदिग्ध को ‘कॉलेज एज’ का बताया था। उसका परिवार सीडर सिटी का रहने वाला है और सोशल मीडिया अकाउंट्स से पता चला है कि यह परिवार लंबे समय से हथियारों और शूटिंग रेंज से जुड़ा रहा है।
एक और बड़ा खुलासा यह है कि पिछले कुछ सालों में टायलर ने राजनीति में दिलचस्पी लेना शुरू किया था। वह सोशल मीडिया पर चार्ली किर्क और उनसे जुड़े विचारों के खिलाफ नकारात्मक राय जाहिर करता था। माना जा रहा है कि राजनीतिक नफरत ने ही उसे इस हत्या की ओर धकेला।
फिलहाल एफबीआई टायलर के सोशल मीडिया, डिस्कॉर्ड मैसेज और उसके संपर्कों की गहन जांच कर रही है। एजेंसियों का मानना है कि यह केस सिर्फ एक हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे संगठित साजिश की भी संभावना हो सकती है।

