India News: मध्य प्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन कहने वाले मंत्री शाह ने अब तीसरी बार सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। उन्होंने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश के माध्यम से कहा कि उनके बयान का मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि यह एक “भाषाई भूल” थी।
वीडियो में विजय शाह ने हाथ जोड़कर कहा, “मेरे शब्दों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, उसके लिए मैं कर्नल सोफिया कुरैशी, भारतीय सेना और देशवासियों से माफी मांगता हूं। मैं हमेशा से राष्ट्र और सेना के प्रति आदर भाव रखता आया हूं।” इस विवाद की शुरुआत 11 मई को हुई थी, जब इंदौर के मानपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को पाकिस्तान के आतंकवादियों की बहन कह दिया था। उनके इस बयान पर न केवल सियासी हलकों में हलचल मच गई, बल्कि उच्च न्यायालय के आदेश पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई।
बाद में मंत्री विजय शाह ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन कोर्ट ने उनकी माफी को नामंजूर करते हुए विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने SIT को 28 मई तक अपनी रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। जांच के दबाव और बढ़ते राजनीतिक विरोध के बीच विजय शाह ने अब तक तीन बार माफी मांगी है- पहली बार 13 मई को मीडिया से बातचीत में, दूसरी बार 14 मई को एक वीडियो के जरिये और अब तीसरी बार 24 मई को एक नया वीडियो व पत्र जारी कर।
अपने पत्र में विजय शाह ने लिखा, “मैं पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले से बहुत आहत हूं। मेरे कथनों का उद्देश्य कभी भी किसी धर्म, जाति या समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था। अगर मेरे शब्दों से किसी को दुख हुआ है, तो मैं नतमस्तक होकर क्षमा चाहता हूं।” कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण को लेकर विजय शाह के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है। वहीं, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भी इस बयान को लेकर नाराजगी जताई है। सूत्रों के अनुसार, मंत्री पद से हटाए जाने या गिरफ्तारी की आशंका भी जताई जा रही है। फिलहाल, विजय शाह डैमेज कंट्रोल की कोशिश में जुटे हैं और अपनी छवि को सुधारने के लिए लगातार माफीनामे जारी कर रहे हैं।

