World News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि मिस्टर जेलेंस्की अब आप नाटो और क्रीमिया भूल जाओ। उन्होंने साफ तौर पर अपनी बात रखते हुए कहा कि यूक्रेन को रूस के साथ युद्ध समाप्त करना होगा, अगर जेलेंस्की ऐसा नहीं चाहते हैं, तो वह (जेलेंस्की) अपनी यह लड़ाई जारी रख सकते हैं। इतना ही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने अपना स्टैंड क्लियर करते हुए कहा कि यूक्रेन को कुछ सच्चाई का सामना भी करना पड़ेगा। उन्हें न तो नॉटो की सदस्यता मिलेगी और न ही ओबामा का दिया हुआ क्रीमिया। बता दें कि ट्रंप ने जेलेंस्की से मुलाकात के पहले ये संदेश दिया है।
सोशल मीडिया पर ट्रंप ने लिखा, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अगर चाहें तो रूस के साथ इस युद्ध को तत्काल प्रभाव से खत्म कर सकते हैं, और अगर वह इस युद्ध को जारी रखना चाहते हैं, तो रख सकते हैं। लेकिन इतना याद रहे कि यह आखिर शुरू कैसे हुआ था। उनकी यह बैठक पुतिन के साथ अलास्का में हुई मीटिंग के बाद तय हुई थी, जहां पर दोनों वैश्विक नेताओं ने कहा था कि काफी सारे मुद्दे सुलझ गए हैं लेकिन कोई समझौता नहीं हुआ है। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने साफ तौर पर कहा था कि वह युद्ध विराम के बजाय सीधे शांति समझौते पर पुतिन से बात करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसका फैसला जेलेंस्की को ही करना होगा।
वाइट हाउस के मुताबिक पुतिन से मीटिंग खत्म करने के तुरंत बाद ही ट्रंप ने जेलेंस्की को फोन मिलाया और उनसे लंबी बात की। इसके बाद ट्रंप ने नाटो के दूसरे सदस्यों को भी अपनी बैठक के बारे में जानकारी दी। ट्रंप के फोन के बाद जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्हें वाशिंगटन बुलाने के लिए धन्यवाद दिया। जेलेंस्की ने लिखा, राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी नेता के साथ अपनी बैठक और उनकी चर्चा के बारे में जानकारी दी। यह महत्वपूर्ण है कि अमेरिका की ताकत इस मुद्दे पर बेहतर प्रभाव डाले।
गौरतलब है कि अलास्का में पुतिन से मीटिंग के पहले ट्रंप ने कहा था कि वह वहां पर शांति समझौता करने नहीं जा रहे हैं, बल्कि दोनों दुश्मन देशों को बातचीत की टेबल पर लाने के लिए जा रहे हैं। बैठक के बाद ट्रंप ने जानकारी देते हुए बताया कि पुतिन और जेलेंस्की दोनों ही मुझे उनकी बैठक में मध्यस्थ के रूप में चाहते हैं और मैं वहां जरूर रहूंगा। जेलेंस्की ने भी ट्रंप की इस बात का समर्थन करते हुए यूक्रेन, अमेरिका और रूस के बीच में त्रिपक्षीय बातचीत पर अपनी सहमति जताई है।

