Ranchi : जिले के पिठोरिया थाना क्षेत्र में सोमवार को एक अजीबोगरीब घटना ने सभी को चौंका दिया। सुबोध गोप नामक व्यक्ति की पल्सर बाइक (नं. JH01CZ 7624) सुबह लगभग 7–8 बजे उनके घर से चोरी हो गई। पूरे दिन खोजबीन के बाद भी बाइक का कोई पता नहीं चला। लेकिन शाम करीब 6:30 बजे एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने पुलिस समेत स्थानीय लोगों को भी हैरान कर दिया। दरअसल, चोरी हुई वही बाइक रहस्यमयी तरीके से पिठोरिया थाना परिसर में खड़ी मिली।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, थाने के पार्किंग क्षेत्र में बाइक खड़ी देखी गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह वहां कैसे पहुँची। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बाइक को थाने में छोड़ने वाले व्यक्ति को किसी ने आते-जाते नहीं देखा। थाना परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने के कारण पुलिस के पास इस रहस्य को सुलझाने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है।
लोगों का कहना है कि थाना परिसर में चौबीसों घंटे पुलिसकर्मी और सुरक्षा प्रहरी मौजूद रहते हैं। ऐसे में यह समझ से बाहर है कि बाइक को थाने में खड़ा कर चोर कैसे बिना पकड़े निकल गया। कुछ लोगों ने दबी जुबान में यह भी कहा कि हो सकता है मामले में आर्थिक लेनदेन कर चोरी एवं चोर को रफा-दफा कर दिया गया हो। हालांकि इस दावे की पुष्टि के लिए कोई प्रमाण नहीं मिला।
यह घटना और भी दिलचस्प इसलिए हो जाती है क्योंकि पिठौरिया थाना क्षेत्र में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। इससे लोगों में यह सवाल उठने लगा है कि क्या पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में चूक हो रही है, या फिर चोर किसी अंदरूनी जानकारी के आधार पर इतनी हिम्मत दिखा रहे हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही पत्रकारों ने थाना प्रभारी अभय कुमार से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वे उस समय कार्यालय कार्य से रांची में थे और उन्हें बाइक के थाने में खड़े होने की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी लेकर ही वे आगे की कार्रवाई पर कुछ कह पाएंगे।
ग्रामीणों का मानना है कि पुलिस को थाने में लगे प्रवेश-द्वार की निगरानी कड़ी करनी चाहिए और सीसीटीवी कैमरे लगवाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की सच्चाई सामने लाई जा सके। लोगों ने यह भी मांग की कि चोरी के इस प्रकरण की पारदर्शी जांच हो और यदि किसी प्रकार की लापरवाही या मिलीभगत पाई जाती है तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि चोरी की बाइक थाने तक कैसे पहुँची और उसे वहां छोड़कर जाने वाला आखिर कौन था। यह घटना न केवल पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठाती है, बल्कि स्थानीय लोगों में भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता पैदा कर रही है।

