सरायकेला। सरायकेला-खरसांवा जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के झिमड़ी में एक शादीशुदा युवक मो तस्लीम द्वारा गांव के ही रहने वाली इंटर की छात्रा को हथियार के नोंक पर अगवा करने के विरोध में ग्रामीणों ने युवक के एक घर तथा उसके परिवार वालों की चार दुकानों को आग के हवाले कर दिया। जिसमें जूता-चप्पल की दूकान, बर्तन की दुकान, कपड़ा एवं लेडिज कार्नर की दुकान शामिल है।
इस घटना के बाद आक्रोशित भीड़ को नियंत्रण करने को लेकर पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने ग्रामीणों पर हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठी चार्ज किया। पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीण और भड़क गए और पुलिस पर पत्थरबाजी की तथा पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। पत्थरबाजी में पुलिस के चार जवान भी घायल हुए है। हालांकि देर शाम तक एसपी मुकेश कुमार लुणायत मौके पर पहुंचे और हालात पर काबू पाया।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने हवाई फयरिंग की थी जबकी पुलिस फायरिंग के आरोप को गलत बता रही है। युवती के घरवालों ने बताया कि गुरुवार को गांव के ही युवक मो तस्लीम हथियार के बल पर उसकी बेटी को अगवा कर ले गया। इसकी शिकायत नीमडीह थाना में की गई। देर शाम तक अगवा की गई युवती की तलाश नहीं हो सकी थी। इस घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल है। घटना के बाद उपायुक्त, एसपी समेत पदाधिकारियों ने देर रात झिमड़ी गांव में फ्लैग मार्च किया।
उपायुक्त एवं एसपी समेत पांच थानों की पुलिस पहुंची झिमड़ी
घटना की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त रवि शंकर शुक्ल, एसपी मुकेश लुणायत, एसडीओ विकास कुमार राय, एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा, इंस्पेक्टर अजय कुमार तिवारी, चांडिल बीडीओ तालेश्वर रविदास, समेत स्थानीय थाना तीन थाना की टीम मौके पर पहुंची है.
एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने मीडिया से बताया कि युवक द्वारा युवती को भगा ले जाने के मामले में तूल पकड़ा है। पुलिस दोनों के लोकेशन को तलाश रही है ताकि दोनों को जल्द से जल्द बरामद किया जा सके। फिलहाल हालात को काबू में कर लिया गया है।