Jharkhand News: चाईबासा में टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा मल्टी स्किल्स सेंटर में मंगलवार को एक विशेष सड़क सुरक्षा जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को सुरक्षित, सतर्क और जिम्मेदार वाहन चालक बनने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सदर थाना प्रभारी श्री तरुण कुमार थे। उनके साथ सड़क सुरक्षा समिति के वरिष्ठ सदस्य एडवोकेट राजाराम गुप्ता, सड़क सुरक्षा पीआईयू टीम के सदस्य आशुतोष कुमार, कुबेर महतो, हुसैन और अभिषेक राय उपस्थित रहे। टाटा स्टील नोवामुंडी से सौमित्र चटर्जी और अनिल उरांव ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
सेमिनार में विशेषज्ञ वक्ताओं ने सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। छात्रों को बताया गया कि ट्रैफिक नियमों का पालन केवल कानूनी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्व भी है। लापरवाही से वाहन चलाना, मोबाइल फोन का प्रयोग करते हुए ड्राइविंग, हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनना, नशे की हालत में वाहन चलाना- यह सभी दुर्घटनाओं के मुख्य कारण हैं।
वक्ताओं ने वास्तविक जीवन की घटनाओं और केस स्टडी के माध्यम से बताया कि एक छोटी सी गलती कैसे जीवनभर का पछतावा बन सकती है। सुरक्षित ड्राइविंग तकनीक और सतर्कता से कैसे जानमाल की रक्षा की जा सकती है, इस पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
कार्यक्रम में छात्रों ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाई और सड़क सुरक्षा से जुड़े कई प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने सरल और प्रभावी तरीके से उत्तर दिया।
सेमिनार के समापन पर यह संदेश दिया गया कि सड़क पर सुरक्षित रहना केवल खुद की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सभी राहगीरों की सुरक्षा से जुड़ा कर्तव्य है। टाटा स्टील फाउंडेशन ने भविष्य में भी ऐसे जनहित कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता जताई, ताकि समाज में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता को और अधिक बढ़ाया जा सके।