World News: प्रशांत महासागर के तटवर्ती देशों को इस साल का सबसे शक्तिशाली तूफान, सुपर टाइफून रगासा, झेलना पड़ रहा है। बुधवार को हांगकांग से टकराने वाला यह तूफान 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हवाओं और मूसलाधार बारिश के साथ आया, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
10 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए
ताइवान में रगासा ने सबसे ज्यादा नुकसान किया। हुआलिएन काउंटी में एक झील का बांध टूट गया, जिससे पानी का विशाल प्रवाह एक कस्बे में घुस गया। अब तक 14 लोगों की मौत की खबर है। तूफान सोमवार से द्वीप के बाहरी हिस्सों को प्रभावित कर रहा था। हांगकांग ने उच्चतम चेतावनी सिग्नल-10 जारी किया। तटीय इलाकों में ऊंची लहरें आवासीय इलाकों तक पहुंच गईं। लांताऊ द्वीप और आसपास के इलाके जलमग्न हो गए।
एक महिला और उसका पांच वर्षीय बेटा लहरों में बह गए थे, लेकिन उन्हें बचा लिया गया और गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया। अब तक 49 अस्थायी शिविर खोले गए हैं, जिनमें 727 लोग सुरक्षित हैं।
भारी बारिश और ऊंची लहरों का खतरा
चीन के ग्वांगडोंग प्रांत में रगासा अगले कुछ घंटों में दस्तक देगा। यहां 12.5 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं। ग्वांगझू, शेनझेन और डोंगगुआन जैसे बड़े शहरों में स्कूल, परिवहन और हवाई सेवाएं बंद कर दी गई हैं। अब तक 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। चीन की समुद्री प्राधिकरण ने रेड वेव अलर्ट जारी किया है, जिसमें 2.8 मीटर तक ऊंची लहरों की चेतावनी दी गई।
मकाऊ में भी उच्चतम स्तर की चेतावनी जारी की गई। कैसिनो और पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं। हांगकांग में लोग पैनिक बायिंग कर रहे हैं, सुपरमार्केट की शेल्फ खाली हो गई हैं और खिड़कियों पर टेप लगाकर सुरक्षा की कोशिश की जा रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तूफान की तीव्रता अगले 48 घंटों तक बनी रह सकती है। इस दौरान ताइवान, हांगकांग और दक्षिणी चीन में तेज हवाओं, मूसलाधार बारिश और ऊंची लहरों के चलते अत्यधिक खतरा रहेगा। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं, जबकि लाखों लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं।

