Ranchi News: केंद्र सरकार के चार लेबर कोड और किसान-मजदूरों की 17 सूत्री मांगों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों ने 20 मई को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल से झारखंड में खनन, बैंकिंग, बीमा और मिड डे मील सहित कई महत्वपूर्ण सेवाओं पर असर पड़ने की संभावना है।
सीटू (CITU) के राज्य सचिव विश्वजीत डे ने मंगलवार को जानकारी दी कि झारखंड के खनन क्षेत्र पर इस हड़ताल का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। खनन कंपनियों में कामकाज ठप हो सकता है, जिससे कोयला और खनिज उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
इसके अलावा, सरकारी स्कूलों में चल रहे मिड डे मील, बैंकों, बीमा कंपनियों, स्टील उद्योगों और आंगनबाड़ी केंद्रों की सेवाएं भी बाधित रहेंगी। हड़ताल को समर्थन देने के लिए वामदलों ने भी रणनीति बनाई है। राज्य के वामपंथी दल 15 से 19 मई तक जिला स्तर पर नुक्कड़ सभाएं और पर्चा वितरण करेंगे। 19 मई को मशाल जुलूस का आयोजन किया जाएगा। हड़ताल के दिन, वामदल के कार्यकर्ता और नेता सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चक्का जाम कर गिरफ्तारी देंगे। यह विरोध प्रदर्शन श्रमिकों और किसानों के अधिकारों के लिए सरकार पर दबाव बनाने की एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।